


समाचारगढ़ 25 जून 2020, श्रीडूंगरगढ़। महाराणा प्रताप के गौरवशाली इतिहास में बदलाव अनुचित है बीकानेर देहात जिलाध्यक्ष ताराचंद सारस्वत ने राजस्थान सरकार, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एंव उच्च शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा को पत्र भेजते हुवे लिखा की शिक्षा विभाग की ओर से दसवीं और बारहवीं कक्षा की इतिहास पुस्तक में महाराणा प्रताप से जुड़े तथ्यों में दुर्भावना से किए गए बदलाव पर पुस्तक में युद्ध में अकबर की सेना की असफलता सिद्ध करने वाले तथ्यों को हटाना और यह भ्रम पैदा करना कि हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की हार हुई थी, जबकि 2017 से चल रही पुस्तक में इतिहासकारों की पाठ्यक्रम कमेटी के अनेक इतिहासकारों के आकलन के आधार पर उन तथ्यों का उल्लेख किया था जो अकबर की सेना की असफलता सिद्ध करते हैं महाराणा प्रताप के मानवीय गुणों के प्रति उनके उच्च कोटि के समर्पण की झलक को बताने वाले तथ्यों को हटाना अनुचित है पाठ्यपुस्तक में महाराणा प्रताप को लेकर दुर्भावनावस बदलाव पर जिलाध्यक्ष ताराचन्द सारस्वत ने मुख्यमंत्री के समक्ष आपत्ति दर्ज करवाई है एंव जिलाध्यक्ष के निर्देशन में बीकानेर जिले से विभिन्न संगठनों ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर विरोध दर्ज करवाया है जिसमें आईटी जिलासंयोजक कोजूराम सारस्वत,बजरंगदल तहसील संयोजक दशरथ सिंह, अखिल सारस्वत कुण्डीय समाज अग्रणी महासमिति के सरंक्षक सागर सारस्वत, विश्वहिंदू परिषद से महेश माली, संतोष बोहरा,राष्ट्र रक्षा युवा वाहिनी से सतीश सारस्वत, ABVP से ओमसिंह राजपुरोहित, भाजपा युवा मोर्चा श्रीडूंगरगढ़ शहर से भवानी प्रकाश संकल्प से सिद्धि संयोजक रतनसिंह नोसरिया ने विरोध दर्ज किया है।
