श्रीडूंगरगढ़, 9 सितम्बर 2025। युवाओं को जर्मनी, पोलैंड और आयरलैंड जैसे यूरोप के विकसित देशों में भेजने का सपना दिखाकर लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि दो दर्जन से अधिक युवकों से करीब 30 लाख 61 हजार रुपए वसूल लिए गए और बाद में पासपोर्ट व दस्तावेज लेकर भी उन्हें ठगा गया।
मोमासर निवासी 32 वर्षीय ललित मोची पुत्र श्यामलाल मोची ने थाने में रिपोर्ट दी कि तारानगर निवासी राकेश कुमार कासनिया पुत्र रामजस जाट और उसके साथी नागेंद्र ने विदेश भेजने के नाम पर उसे फंसाया। करीब 17 माह पहले हुई मुलाकात में राकेश ने जर्मनी में नौकरी दिलाने और दो लाख रुपए तनख्वाह का झांसा दिया। बदले में 2.50 लाख रुपए जर्मनी भेजने और 3.50 लाख रुपए आयरलैंड भेजने के नाम पर मांगे गए।
6 अक्टूबर 2024 को परिवादी ने अपना मूल पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड और परिवार के सदस्यों के दस्तावेज भी आरोपी को सौंप दिए। आरोप है कि राकेश व नागेंद्र ने उसके साथ-साथ 27 अन्य युवाओं से भी रकम वसूलकर कुल 30.61 लाख रुपए हड़प लिए।
जब पीड़ितों ने रुपए वापस मांगे तो आरोपियों ने देने से साफ इंकार कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच हेड कांस्टेबल देवाराम को सौंप दी है।
थानाधिकारी जितेंद्र स्वामी ने बताया कि हाल के वर्षों में युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने युवाओं से अपील की है कि वे किसी भी लालच में न आएं और केवल भारत सरकार से मान्यता प्राप्त कंपनियों के माध्यम से ही विदेश जाने की प्रक्रिया पूरी करें।










