समाचार गढ़, 15 जून, श्रीडूंगरगढ़। राजस्थान में सरकार ने महिलाओं को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में 50 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया है। राज्य में महिला सशक्तीकरण की दिशा में इसे एक बड़ा फैसला बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इसके साथ ही महिलाओं के सशक्तीकरण और उनके सर्वांगीण विकास के लिए अपनी पार्टी के संकल्प-पत्र में किए गए एक और महत्वपूर्ण वादे को पूरा कर दिया है. मुख्यमंत्री के इस संवेदनशील निर्णय से राज्य में महिलाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे और वे आत्मनिर्भर होकर और सशक्त बन सकेंगी।
महिलाओं के लिए आरक्षण की सीमा बढ़ाने का फैसला
वर्तमान में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान है। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने इस आरक्षण की सीमा को 30 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी. इसके लिए राजस्थान के पंचायतीराज अधिनियम में संशोधन किया जाएगा।
तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के ढाई लाख पद
राजस्थान में लगभग 2.5 लाख (ढाई लाख) तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के पद हैं। ये शिक्षक कक्षा 5वीं तक की क्लास के छात्रों को पढ़ा सकते हैं।
महिलाओं के लिए संकल्प पत्र में कई घोषणाएँ
भारतीय जनता पार्टी ने पिछले वर्ष नवंबर में राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया था। इसका नाम आपणो अग्रणी राजस्थान संकल्प पत्र 2023 रखा गया था. इस संकल्प पत्र में विशेष रूप से महिलाओं के लिए कई वादे किए गए थे।