नमक छोड़ने के दुष्प्रभाव और संतुलित उपयोग के फायदे
नमक: हमारी डाइट का अभिन्न हिस्सा है, जो न केवल भोजन का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि शरीर के सही कार्यों के लिए भी जरूरी है। हालाँकि, ज्यादा नमक से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है, लेकिन पूरी तरह नमक छोड़ना भी नुकसानदायक हो सकता है।
नमक न खाने के प्रभाव
1. थकान और चक्कर:
नमक शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखता है। नमक पूरी तरह छोड़ने से सोडियम की कमी हो जाती है, जिससे थकान और चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
2. लो ब्लड प्रेशर:
सोडियम के अभाव में शरीर का वॉटर रिटेंशन कम हो जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर घटने लगता है। इससे सिरदर्द, उल्टी, और मतली भी हो सकती है।
3. मांसपेशियों में ऐंठन:
सोडियम की कमी से रात में अचानक मांसपेशियों में खिंचाव या ऐंठन होने की संभावना बढ़ जाती है, जो आराम करने में बाधा डालती है।
नमक का संतुलित उपयोग क्यों जरूरी है?
भले ही अधिक नमक का सेवन हानिकारक है, लेकिन इसे पूरी तरह छोड़ना भी सेहत के लिए सही नहीं है। इसलिए इसका सीमित उपयोग करना ही बेहतर है।
WHO की सिफारिश:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एक दिन में 5 ग्राम से अधिक नमक नहीं खाना चाहिए। अत्यधिक नमक के सेवन से दिल की बीमारियां, मोटापा, गैस्ट्रिक कैंसर, और किडनी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
निष्कर्ष:
नमक का संतुलित सेवन सेहत के लिए जरूरी है। इसे पूरी तरह छोड़ना जहां शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है, वहीं सीमित मात्रा में इसका उपयोग स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।