Nature

चेहरे पर मन मोह लेने वाली मुस्कान, स्वर्णिम मुकुट, हार और धनुष…प्राण प्रतिष्ठा के बाद ऐसे दिख रहे रामलला

Nature

अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का विधान पूरा हो गया है। 500 वर्षों से अधिक का इंतजार खत्म हो गया है। रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं। श्रीराम के प्रथम दर्शन हो गए हैं। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। जिसके बाद पहली बार रामलला देशवासियों के सामने आए हैं। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद सामने आई तस्वीरों रामलला की शृंगार युक्त मूर्ति में भगवान के पूरे स्वरूप को देखा जा सकता है। तस्वीर में रामलला माथे पर तिलक लगाए बेहद सौम्य मुद्रा में दिख रहे हैं।

रामलला की मूर्ति की विशेषता…

भगवान राम के बाल रूप की मूर्ति को गर्भ गृह में स्थापना के बाद सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा कर दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही रामलला की आंख से पट्टी खोली और कमल का फूल लेकर पूजन किया। रामलला पीतांबर से सुशोभित हैं। उन्होंने हाथों में धनुष-बाण धारण किया है। तस्वीर में रामलला माथे पर तिलक लगाए बेहद सौम्य मुद्रा में दिख रहे हैं। आभूषण और वस्त्रों से सुसज्जित रामलला के चेहरे पर भक्तों का मन मोह लेने वाली मुस्कान दिखाई दे रही है। कानों में कुंडल तो पैरों में कड़े पहने हुए हैं। मूर्ति के नीचे आभामंडल में चारों भाइयों राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न की छोटी-छोटी मूर्तियों की पूजा की गई है।

करीब 200 किलोग्राम वजनी है मूर्ति…

भगवान राम की मूर्ति की विशेषताएं देखें तो इसमें कई तरह की खूबियां हैं। मूर्ति का वजन करीब 200 किलोग्राम है। इसकी कुल ऊंचाई 4.24 फीट, जबकि चौड़ाई तीन फीट है। भगवान राम की मूर्ति कृष्ण शैली में बनाई गई है। मूर्ति श्याम शिला से बनाई गई है, जिसकी आयु हजारों साल होती है। मूर्ति को जल से कोई नुकसान नहीं होगा। चंदन, रोली आदि लगाने से भी मूर्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। कमल दल पर खड़ी मुद्रा में मूर्ति, हाथ में तीर और धनुष है।

मूर्ति में और क्या है खास…

रामलला की मूर्ति के चारों ओर आभामंडल है। मूर्ति के ऊपर स्वास्तिक, ॐ, चक्र, गदा, सूर्य भगवान विराजमान हैं। श्रीराम की भुजाएं घुटनों तक लंबी हैं। मस्तक सुंदर, आंखें बड़ी और ललाट भव्य है। भगवान राम का दाहिना हाथ आशीर्वाद की मुद्रा में है। मूर्ति में भगवान विष्णु के 10 अवतार दिखाई दे रहे हैं। मूर्ति नीचे एक ओर भगवान राम के अनन्य भक्त हनुमान जी तो दूसरी ओर गरुड़ जी को उकेरा गया है।

मूर्ति में पांच साल के बच्चे की बाल सुलभ कोमलता झलक रही है। मूर्ति को मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है। इससे पहले श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अधिकारियों ने जानकारी दी थी कि जिस मूर्ति का चयन हुआ उसमें बालत्व, देवत्व और एक राजकुमार तीनों की छवि दिखाई दे रही है।

  • Ashok Pareek

    Related Posts

    रविवार 8 सितम्बर 2024 के पंचांग के साथ देखें चौघड़िया

    पंचांगतिथि:पंचमी, 19:55 तकनक्षत्र:स्वाति, 15:22 तकयोग:इंद्र, 23:52 तकप्रथम करण:बावा, 06:50 तकद्वितिय करण:बालवा, 19:55 तकवार:रविवारContentsरामलला की मूर्ति की विशेषता…करीब 200 किलोग्राम वजनी है मूर्ति…मूर्ति में और क्या है खास… अतिरिक्त जानकारीसूर्योदय:06:19सूर्यास्त:18:42चन्द्रोदय:10:37चन्द्रास्त:21:30शक सम्वत:1946…

    श्रीडूंगरगढ़ में कान, नाक, गला रोग विशेषज्ञ डॉ. शाश्वत मेहता की सेवाएं उपलब्ध

    समाचारगढ़ श्रीडूंगरगढ 7 सितम्बर 2024धनवंतरी अस्पताल में अब सुनने और बोलने की समस्याओं का समाधानContentsरामलला की मूर्ति की विशेषता…करीब 200 किलोग्राम वजनी है मूर्ति…मूर्ति में और क्या है खास… श्रीडूंगरगढ़।…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    रविवार 8 सितम्बर 2024 के पंचांग के साथ देखें चौघड़िया

    श्रीडूंगरगढ़ में कान, नाक, गला रोग विशेषज्ञ डॉ. शाश्वत मेहता की सेवाएं उपलब्ध

    श्रीडूंगरगढ़ में कान, नाक, गला रोग विशेषज्ञ डॉ. शाश्वत मेहता की सेवाएं उपलब्ध

    चिंता, अनिंद्रा, अवसाद और तनाव को कम करने का सरल और त्वरित मार्ग है ध्यान :- शासनश्री साध्वी कुंथुश्री

    चिंता, अनिंद्रा, अवसाद और तनाव को कम करने का सरल और त्वरित मार्ग है ध्यान :- शासनश्री साध्वी कुंथुश्री

    7 से 10 सितंबर तक जयपुर रोड पर ट्रैफिक डायवर्जन, पढ़े पूरी खबर

    7 से 10 सितंबर तक जयपुर रोड पर ट्रैफिक डायवर्जन, पढ़े पूरी खबर

    ध्यान और तप से अंतर्मुखी बनने का विशिष्ट मार्ग: साध्वी संघ प्रभा

    ध्यान और तप से अंतर्मुखी बनने का विशिष्ट मार्ग: साध्वी संघ प्रभा

    राजस्थान में मानसून का जोर जारी, अगले 4-5 दिन भारी बारिश की संभावना

    राजस्थान में मानसून का जोर जारी, अगले 4-5 दिन भारी बारिश की संभावना
    Social Media Buttons
    Telegram
    WhatsApp
    error: Content is protected !!
    Verified by MonsterInsights