समाचार गढ़, 22 मई 2024। ये ईमेल गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को मिला था. बताया जा रहा है कि बुधवार दोपहर करीब 3 बजे ये ईमेल आया था। इसके बाद आनन-फानन में पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने बिल्डिंग को पूरी तरह चेक किया। हालांकि कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने इस धमकी वाले ईमेल को फेक करार दिया है। दिल्ली के फायर अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मियो के साथ एक डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ते की टीम ने बिल्डिंग की तलाशी ली. नॉर्थ ब्लॉक में तैनात एक अधिकारी को बम की धमकी वाला ईमेल मिलने के बाद डीएफएस को कॉल किया गया था. तलाशी में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
बता दें कि दिल्ली और नोएडा में 1 मई को करीब 150 से अधिक स्कूलों को बम की धमकी वाला। भेजा गया था। इन स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी, जिससे हड़कंप मच गया था। जांच में पता चला है कि धमकी भरे ईमेल का आईपी एड्रेस हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट का था. आईपी एड्रेस से पता चला कि दिल्ली-एनसीआर को ये मेल बुडापेस्ट से भेजे गए थे.
फिलहाल दिल्ली पुलिस हंगरी की जांच एजेंसियों से संपर्क में है। दहशतगर्दों ने जिस मेल सर्वर mail.ru का इस्तेमाल किया गया वो रूस का था। रूस से पुलिस को इंटरपोल के जरिए कई जानकारियां मिलीं जिसके बाद पता चला कि धमकी भरे मेल का आईपी एड्रेस बुडापेस्ट का है।
ईमेल मिलने के बाद से ही पुलिस ने सभी स्कूलों में जाकर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया। पुलिस डॉग और बम स्क्वॉड के साथ स्कूलों में पहुंची. बाद में खुलासा हुआ कि धमकी भरा ईमेल फर्जी था, जिसके बाद पुलिस ने परिजनों से पैनिक न करने की अपील की थी. बाद में ये फर्जी निकला था। वहीं इसके बाद देश के एयरपोर्ट को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। ये ईमेल भी जांच में फर्जी पाया गया था।