श्रीडूंगरगढ़ में हो रही है दिव्य श्री मद भगवात कथा व नो कुंडी यज्ञ
श्रीडूंगरगढ़ में हो रही है दिव्य श्री मद भगवात कथा व नो कुंडी यज्ञ, आप कितने जी रहे हो यह महत्वपूर्ण नही है आप कैसे जी रहे हो यह महत्वपूर्ण है– भाई श्री संतोष सागर जी
समाचार गढ़, 9 अप्रेल 2024। श्रीडूंगरगढ़ के आडसर बास स्थित आशीर्वाद बालाजी मंदिर के प्रांगण में जगदीश प्रसाद गुरावा परिवार द्वारा आयोजित सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत महायज्ञ के दूसरे दिवस की कथा करते हुए युवा संत संतोष सागर महाराज ने आज महाभारत के प्रसंगों को सुनाते हुवे पांडवों के जीवन पर प्रकाश डाला भीष्म पिता के जीवन का त्याग और तप इतना दिव्य था कि अंतिम समय मे स्वयं भगवान को उनके सन्मुख होना पड़ा भाई श्री ने कहा कि सनातन संस्कृति सर्वे भवन्तु सुखिनः की कामना करना सिखाती है आज दूसरे दिन ही पंडाल भर गया और भक्तों ने खूब भगवान के भजनों पर उत्सव मनाया।
दूसरे दिन की कथा बहुत सारे विशिष्ट लोगो की उपस्थिति भी रही।
गुरावा परिवार की ओर से आज प्रातः सात बजे से मंदिर प्रांगण में नौकुण्डीय यज्ञ भी प्रारंभ हुआ। श्रद्धालु जनों ने आहुतियां प्रदान की गई। हनुमत मंदिर की मूर्तियों का अधिवास भी आज से प्रारंभ हुए। यज्ञ में अनुष्ठान करवाने के लिए रतनगढ़ से पंडितों का समूह आया हुआ है।
कथा के उपरांत सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मीनारायण जी सारस्वत तथा अन्य लोगो का शाॅल, माला, दुपट्टा प्रदानकर सम्मान किया गया। भागवत कथा मध्याह्न में साढे बारह बजे प्रारंभ हुई। कथा मंच का संचालन चेतन स्वामी ने किया।