राजस्थान में मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना के तहत कई कंपनियों की दवाएं अमानक पाए जाने के बाद अब औषधि नियंत्रण विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। हाल ही में सूचना मिलने पर औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने जयपुर के साथ ही से पिकन फार्मा लिमिटेड की कुछ दवाओं के नमूने को लेकर जांच कराई थी। जिसमें वे अमानक (फेल) पाई गईं। इसके बाद विभाग ने कंपनी को पत्र लिखकर दवाओं के सभी बैच वापस लेने का निर्देश दिया है।
सूचना पर की गई कार्रवाई
ड्रग कंट्रोलर प्रथम अजय फाटक ने बताया कि हमें बाजार से जानकारी मिली थी कि कंपनी की कुछ दवाएं अच्छी नहीं हैं। इसके बाद हमारी टीम ने जयपुर समेत अन्य शहरों में अलग-अलग मेडिकल स्टोर्स से दवाओं के सैंपल लिए और उनकी जांच की. जांच के दौरान पिसेफ़-200 (सेफिक्सिम-200 एमजी) और एज़िविर 250 (एज़िथ्रोमाइसिन-250 एमजी) टैबलेट में अमानक साल्ट पाया गया. ये दोनों दवाएं एंटीबायोटिक हैं।
सभी सैंपल फेल
सूत्रों के मुताबिक बाजार से पैसेफ-200 और अजिवीर 250 के 10 से ज्यादा सैंपल इकट्ठा किए गए थे, जो जांच में सभी फेल साबित हुए। पिछले माह ही स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना के तहत दी जाने वाली दवाओं के सैंपल की भी जांच कराई थी. इसमें भी 14 कंपनियों की 15 दवाओं के सैंपल फेल हो गए थे।