समाचार गढ़, 21 दिसम्बर 2024, श्रीडूंगरगढ़। क्षेत्र में आज घने कोहरे ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। सुबह से ही कोहरे की घनी चादर ने सड़कों पर दृश्यता को बेहद कम कर दिया, जिससे वाहन रेंगते हुए नजर आ रहे हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों और कामकाजी लोगों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
फसलों को कैसा रहेगा कोहरे का असर?
कोहरा किसानों के लिए एक वरदान और चुनौती दोनों साबित हो रहा है। वर्तमान में क्षेत्र में सरसों, गेहूं और चने की फसलें मुख्य रूप से खेतों में खड़ी हैं।
- सरसों: कोहरे और ठंड से सरसों की फसल को फायदा होता है। यह मौसम सरसों के पुष्पण और उत्पादन के लिए अनुकूल माना जाता है।
- गेहूं: गेहूं की फसल को भी ठंडक फायदा पहुंचाती है, लेकिन लंबे समय तक अत्यधिक कोहरा और नमी फसलों में रोग पैदा कर सकती है।
- चना: चने की फसल को ठंडी हवाएं तो सही रहती हैं, लेकिन अधिक नमी इसके लिए हानिकारक हो सकती है।
आम जनजीवन पर ठंड और कोहरे का असर
घने कोहरे और शीतलहर ने आम जनजीवन को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। बाजारों में भीड़ कम हो गई है, और लोग अपने घरों में ही दुबके रहने को मजबूर हैं। सुबह और शाम के समय ठंडक में और इजाफा हो रहा है। छोटे दुकानदार और सड़क किनारे काम करने वाले लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई है।
विशेषज्ञों की सलाह:
- जरूरी न हो तो वाहन लेकर बाहर न निकलें।
- गर्म कपड़ों का उपयोग करें और बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
- किसान फसलों को रोगों से बचाने के लिए समय-समय पर निगरानी रखें।
श्रीडूंगरगढ़ सहित पूरे क्षेत्र में सर्दी का यह दौर फिलहाल कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है।