समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़, 1 अगस्त 2024। आज नगर के स्कूल दयानंद विद्या निकेतन में ज्ञान ज्योति गुरुकूल रेवला धाम के संस्थापक स्वामी गणेशानंद जी सरस्वती और विश्व प्रसिद्ध योग शिक्षक स्वामी राजनाथ जी लेघा ने छात्रों और शिक्षकों को संबोधित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई, जिसके बाद स्वामी गणेशानंद जी ने अपने प्रेरणादायक विचारों को साझा किया। उन्होंने विद्यार्थियों को जीवन के मूल्य और नैतिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “शिक्षा का असली उद्देश्य केवल पुस्तकीय ज्ञान अर्जित करना नहीं है, बल्कि अच्छे संस्कारों को आत्मसात करना है।”
स्वामी गणेशानंद जी ने जीवन के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन में अनुशासन, सत्यनिष्ठा और मेहनत का विशेष महत्व है। “ईमानदारी और कठिन परिश्रम से ही सफलता प्राप्त की जा सकती है।”
स्वामी राजनाथ जी लेघा ने योग और ध्यान के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को नियमित योगाभ्यास करने के लाभ बताए और कहा, “योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है बल्कि यह मानसिक शांति और एकाग्रता को भी बढ़ाता है। योग से जीवन में अनुशासन और सकारात्मकता आती है।” स्वामी राजनाथ जी ने योग के कुछ सरल अभ्यास भी छात्रों को सिखाए और उन्हें प्रतिदिन योग करने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम के दौरान स्कूल के निदेशक श्री सुभाष चन्द्र शास्त्री ने कहा, “आज के युग में विद्यार्थियों को नैतिक शिक्षा की अत्यंत आवश्यकता है और स्वामी जी का संबोधन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
प्राचार्य श्री विनोद कुमार बेनीवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए और संतों को धन्यवाद दिया।