व्यक्ति खाने पीने में संयम और विवेक रखे, तभी स्वस्थ जीवनशैली बनेगी: साध्वी कुंथुश्री
समाचारगढ़ 1 सितम्बर 2024 श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ में जैन समाज के महापर्व पर्युषण पर्व का खाद्य संयम दिवस के साथ शुभारम्भ हुआ। साध्वी सेवा केंद्र में सेवा केंद्र व्यवस्थापिका साध्वी कुंथुश्री ने समुपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि पर्युषण ज्ञान-दर्शन-चारित्र की साधना और उपासना का पर्व है। व्यक्ति बाहरी जीवन जीता है परन्तु पर्युषण के दिवस उसे आत्मावलोकन की प्रेरणा देने वाले है। साध्वी ने आगे कहा कि पर्युषण का प्रथम दिवस खाद्य संयम दिवस का है। व्यक्ति खाने पीने में संयम रखें और विवेकपूर्ण तरीके से खाद्य सामग्री का सेवन करे। व्यक्ति का भोजन संयमित होगा तो उसका शरीर स्वस्थ रहेगा और स्वस्थ शरीर से वह धर्म की साधना कर सकता है। व्यक्ति अनावश्यक भोजन करने से बचे और सात्त्विक भोजन की प्रवृत्ति को विकसित करें। साध्वी सुमंगलाश्री ने अपने संचालकीय उद्बोधन में कहा कि व्यक्ति जैसा अन्न खाता है वैसा ही उसका मन होता है और जैसा पानी पीता है वैसी ही उसकी वाणी होती है। इसलिए व्यक्ति को अपने आत्मिक और व्यक्तित्त्व विकास के लिए खाद्य संयम व विवेक रखना चाहिए। कार्यक्रम में साध्वी ललिताश्री, साध्वी जीतयशा, साध्वी सरसप्रभा ने भी खाद्य संयम पर अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी।
कार्यक्रम में सभा की ओर से जैन विद्या परीक्षा के बैनर का विमोचन किया गया। गत वर्ष की जैन परीक्षाओं के प्रमाण पत्र संभागियों को वितरित किये गए।