दिनांक 28 – 09 -2022 के पंचांग के साथ जाने और भी कई खास बातें आचार्य राजगुरू पंडित रामदेव उपाध्याय के साथ
श्री गणेशाय नम:
तिथि वारं च नक्षत्रं
योगो करणमेव च ।
पंचागं श्रृणुते नित्यं
श्रीगंगा स्नानं फलं लभेत् ।।
शास्त्रों के अनुसार नित्य पंचांग के तिथि, वार, नक्षत्र ,योग ,करण आदि पांच अंगों को सुनने से गंगा स्नान के बराबर फल मिलता है अतः नित्य पंचांग अवश्य सुनना चाहिए।। *आज का पंचांग*
दिनांक- 28 /09/2022
श्री डूंगरगढ़
अक्षांश – 28:06
रेखांश – 74:04
पंचांग
विक्रम संवत् – 2079
शक संवत् – 1944
* ऋतु – शरद
* अयन- दक्षिणायण
* मास – आश्विन
* पक्ष- शुक्ल
* तिथि- तृतीया 25:33
* वार- बुधवार
* नक्षत्र – स्वाति 29:4. *योग- वैधृति 26:57:12 उपरांत विष्कुम्भ
* करण- तैतुल 13:51:36 उपरांत गर
* चंद्र राशि – तुला
*चंद्र बल – मेष, वृषभ, मिथुन, सिंह, कन्या, तुला,धनु, मकर, कुंभ
सम्वत् नाम – शुभकृत
सूर्योदय – 06:28Am सूर्यास्त – 06:21 pm
दिनमान – 11:53
रात्रिमान – 12:07 *शुभ समय* अभिजित मुहूर्त नहीं
अशुभ समय
यमगण्ड – प्रातः 07:30 बजे से 09:00 बजे तक राहुकाल- मध्याह्न 12:00 बजे से 01:30 बजे तक
*(विशेष- राहुकाल चक्र भारत के दक्षिण संभाग में ही मान्य है दक्षिण संभाग के लोगों को शुभ कार्यो में राहु काल के समय का त्याग करना चाहिए किंतु उत्तर भारत में राहुकाल का समय शुभ कार्यों में त्यागने की आवश्यकता नहीं है । ) **
कुलिक*रात्रि 01:23 बजे के बाद
*कालवेला या अर्द्धयाम*
- प्रातः 09:26:15से 10:55:22तक 2. रात्रि 03:26:15 से 04:57:07 तक
गुलिक काल – प्रातः10:30 बजे से मध्याह्न 12:00 बजे तक
दिशा शूल – पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण एवं उत्तर दिशा में विशेषतः यात्रा निषेध है। चौघड़िया ( दिन) - लाभ – प्रातः 6:28 से 7: 57:07 तक
- अमृत- प्रातः 7:57:07 से 09: 26:15 तक
- काल -प्रातः 9:26:15 से 10:55 22:00 तक
4.शुभ -प्रातः 10:55 22:00 से 12:24:30 तक
5. रोग -दोपहर 12: 24:30 से 01:53 :37 तक (वारवेला निषेध) - उद्वेग- दोपहर 01:53:37 से 03:22:45 तक
7.चंचल -दोपहर 03:22:45 से 04: 51:52 तक
8.लाभ – सांय 04:51:52 से 6:21:00तक
चौघड़िया ( रात्रि)
- उद्वेग-रात्रि 06:21से 07:51:52तक
- शुभ- रात्रि 07:51:52से 09:23:45तक
- अमृत-रात्रि 09:22:45 से10:53:37 तक
- चंचल -रात्रि 10:53:37से 12:24:30तक
- रोग- रात्रि रात्रि 12:24:30 से 01:55: 22 तक
- काल- रात्रि रात्रि 01:55:22से 03:26:15 तक
7. लाभ – रात्रि 03:26:15 से 04 :57:07 तक ( काल वेला निषेध) - उद्वेग-रात्रि 4:57:07 से 06:28 तक
विशेष पर्व
शरद नवरात्रि तृतीय दिवस मां चंद्रघंटा पूजन
राजगुरु पंडित रामदेव उपाध्याय ( शास्त्री-आचार्य ,ज्योतिष विद्, बी.ए.)
भू.पू. सहायक आचार्य
श्री ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय
श्री डूंगरगढ़
M.N. 9829660721