समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़ 29 सितम्बर 2024। लोकनायक स्व. लूणाराम सारण की 28वीं पुण्यतिथि पर रविवार को महर्षि दयानंद सरस्वती छात्रावास में एडवोकेट श्याम सुन्दर आर्य की अध्यक्षता में श्रंद्धाजलि सभा एवं प्रतिभा सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। सारण की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई एवं दो मिनट का मौन रखकर श्रंद्धाजलि दी गई। कार्यक्रम में विश्वकर्मा कौशल बोर्ड के अध्यक्ष रामगोपाल सुथार कहा कि सारण किसान, मजदूर एवं गरीबों की आवाज थे , उनकी ईमानदारी, कर्त्तव्यनिष्ठा एक मिशाल थी। उनसे प्रेरणा लेकर हमें जनहित में आगे बढ़ना चाहिए । पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा ने कहा कि सारण आजीवन सर्व समाज के लिए संघर्षरत रहे। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। पूर्व विधायक गिरधारीलाल महिया ने कहा कि विद्यार्थियों ने सारण के शिक्षा के दृष्टिकोण को सार्थक करते हुए सच्ची श्रंद्धाजलि दी है। सारण द्वारा जनहित में किए गए कार्यो के कारण आमजन उनको लोकनायक के रूप में मानता है। छात्रावास मैनेजमेंट कमेठी के अध्यक्ष एडवोकेट श्याम सुन्दर आर्य ने कहा कि हम महान व्यक्तित्व लूणाराम जी सारण के विचारों एवं कार्यो को आमजन तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। हम सर्वोदय समाज की विचारधारा के साथ समाजहित में द्रुतगति से कार्य कर रहे है। कार्यक्रम में स्व लूणाराम सारण की स्मृति में 28 सितम्बर को आयोजित हुई विद्यार्थियों की सामान्य ज्ञान, भाषण व कविता में अव्वल 12 एवं खेल के क्षेत्र में विजेता 21 प्रतिभाओं को संस्था की ओर से नगद पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र एवं मोमेन्टो प्रदान कर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में साहित्यकार श्याम महर्षि, पूर्व जिला प्रमुख मेघाराम महिया, केशुराम कस्वां, श्रीगोपाल राठी, शिव स्वामी, चन्द्राराम कूकणा, तुलछीराम गोदारा, डॉ चेतन स्वामी, लक्ष्मणराम खिलेरी, राधेश्याम तरड़, सुभाष पुनियाँ, प्रभुराम बाना, हरिराम बाना, हेतराम जाखड़, विजयराज सेवग, सुशील सेरडिया आदि ने सारण के जीवन पर प्रकाश डालते हुए समाज हित मे आगे बढ़ने की बात कही । कार्यक्रम में जाट महासभा की महिला प्रदेशाध्यक्ष नीरु चौधरी, जाट महासभा की जिलाध्यक्ष हेमा चौधरी, मोडाराम महिया, लक्षमणराम जाखड़, मोहनलाल भादू, एस कुमार सिंधी, दानाराम भादू, सत्यदीप, बजरंगलाल सेवग, भेराराम गोदारा, मोहनलाल कुलड़िया, आदूराम जाखड़, कोडाराम भादू, किशनाराम गोदारा, नारायणनाथ, जेठाराम सिहाग, नेतराम गोदारा, जगदीस स्वामी, चान्दराम चाहर, धर्मपाल बांगड़वा, एडवोकेट लालचन्द भादू, भंवरलाल खिलेरी, भंवरलाल पुनियाँ, शंकर लाल जाखड़, भंवरलाल सारण, शंकरलाल भुंवाल, गणेश पोटलिया, सांवरराम महिया, करणीसिंह बाना, कुम्भाराम घिंटाला, डॉ मनीष सैनी, शंकरलाल जाखड़, सत्यनारायण स्वामी, गोरधन खिलेरी, प्रोफेसर रामनिवास धतरवाल, भरत सुथार, हंसराज गोदारा, ओमप्रकाश बाना, रतनसिंह, रामचंद्र चोटिया, देवीलाल बाना, जसवीर सारण, सहीराम जाट, डालूराम कस्वां, रामेश्वरलाल सारण, गोपाल खिलेरी, बजरंगलाल चोटिया, तोलाराम सिहाग, सोहन पुनियाँ, रामचंद्र गिला, सोहन महिया, श्याम सुंदर चोटिया, रेखाराम लुखा, जगदीश मेघवाल, हनुमान महिया, खींयाराम गोदारा, सरजीत जाखड़, भंवरलाल जाखड़, श्याम सिंह सारण सहित सैंकड़ों गणमान्य लोगों ने सारण को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रंद्धाजलि दी । कार्यक्रम का सफल संयोजन सुशील सेरडिया ने किया ।
*विजेता प्रतिभाएं*-
*6 से 14 आयु वर्ग में*-
प्रथम – दामिनी पुत्री रामप्रताप सारस्वत, राववाला, गंगानगर
द्वितीय- निमृत राणा पुत्र आशुतोष राणा, इन्दपालसर बड़ा
तृतीय- तनुष्का चोटिया पुत्री अशोक कुमार , धीरदेसर चोटियान
*15 से 18 आयु वर्ग में*-
प्रथम- रोहिताश बारोटिया पुत्र ऊँकारमल बरोटिया, धीरदेसर चोटियान
द्वितीय- बाबुलाल जाखड़ पुत्र लिछुराम जाखड़, जैसलसर
तृतीय- विवाश शाह पुत्र सुनील शाह, श्रीडूंगरगढ़
*19 से अधिक आयु वर्ग में*-
प्रथम- विक्रम भुंवाल पुत्र मुखराम भुंवाल, लिखमीसर उत्तरादा
द्वितीय- शंकर गोदारा पुत्र पेमाराम, कुनपालसर
तृतीय- हेमलता शर्मा पुत्री बजरंगलाल सुरजनसर
*भाषण व कविता प्रतियोगिता में*-
प्रथम- सोनू पुत्री कृष्ण शर्मा, श्री डूंगरगढ़
द्वितीय- गीता पुत्री रामकरण पारीक, लिखमादेसर
तृतीय- हर्षिता पुत्री अशोक कुमार, श्री डूंगरगढ़
*दौड़ 1500 मीटर*-
प्रथम- श्योपत गोदारा पुत्र हरिराम गोदारा, लोडेरा
द्वितीय- मोहनलाल सारण पुत्र श्रीराम सारण, बिग्गाबास रामसरा
तृतीय- मुकेश पुत्र राजूराम गोदारा, लोडेरा
*ऊंची कूद*-
प्रथम- शीशपाल ज्याणी पुत्र दुलाराम ज्याणी, अमृतवासी
द्वितीय- कालूराम सहू पुत्र सोहनराम सहू, बिग्गाबास रामसरा
तृतीय- श्योपत गोदारा पुत्र हरिराम गोदारा, लोडेरा
*बॉलीवाल*-
प्रथम- श्याम क्लब श्रीडूंगरगढ़
द्वितीय- महर्षि दयानंद सरस्वती छात्रावास । श्रीडूंगरगढ़
*बेस्ट प्लेयर बॉलीवाल*-
सुभाष जाखड़ पुत्र रामकरण जाखड़
छात्रावास अधीक्षक श्रवण कुमार भाम्भू एवं दयानन्द सारण ने सभी का आभार प्रकट किया ।