खेत में तड़पती नीलगाय… किसान ने दिखाई इंसानियत, वन विभाग की मदद से बचाई जान
समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़।
श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में वन्य जीव लगातार संकट में हैं। कभी आवारा कुत्तों के हमलों से तो कभी खेतों में लगे तारों की चपेट में आकर ये मूक प्राणी घायल हो रहे हैं। इसी बीच गांव सातलेरा की रोही से एक भावुक कर देने वाला मामला सामने आया, जहां खेत में गंभीर रूप से घायल पड़ी एक नीलगाय को किसान ने अपनी सूझबूझ से नई जिंदगी दी।
गांव सातलेरा की रोही में किसान केशूराम तावनियां के खेत में एक नीलगाय गंभीर हालत में तड़पती मिली। किसान के अनुसार नीलगाय के पेट के निचले हिस्से में गहरा घाव था और वह चलने-फिरने में पूरी तरह असमर्थ थी। स्थिति बेहद गंभीर देख किसान ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी।
सूचना मिलते ही वन विभाग के कार्मिक रोहिताश, वन्यजीव सहायक सुंदरलाल नायक और राजकुमार जांगिड़ मौके पर पहुंचे। विभाग के वाहन चालक रोहिताश ने बताया कि नीलगाय के पेट पर बना गंभीर घाव उसकी जान के लिए खतरा बना हुआ था।
किसान केशूराम तावनियां, वन्यजीव प्रेमी भंवरलाल जाखड़ और सांग सिंह ने टीम के साथ मिलकर घायल नीलगाय को वन विभाग की गाड़ी में ले जाकर श्रीडूंगरगढ़ वन विभाग कार्यालय पहुंचाया, जहां उसका प्राथमिक उपचार करवाकर उसकी जान बचाई गई।










