पापा कठे गया शब्दो के बीच ताकती नन्ही आंखे कोस रही क्रूर काल को क्रूर काल ने छीन लिया मामा भांजे को देराजसर टेऊ गांव में पसरा मातम
समाचार गढ़ श्री डूंगरगढ़ 12 नवम्बर 2023। कहते है कि होनी को कोई टाल नही सकता ।होनी तो होकर ही रहती है लेकिन कभी कभी होनी की जगह ऐसी अनहोनी घटित हो जाती है कि जीवन भर के लिए जख्म दे जाती है जो भुलाए भी नही भूली जाती है ऐसी एक अनहोनी घटना शनिवार को रात श्री डूंगरगढ़ क्षेत्र में घटित हुई।जिसको सुनकर हर कोई क्रूर काल को कोस रहा है।
शनिवार रात को दो भाई अपने भांजे के साथ उसी की गाड़ी में सवार होकर बीकानेर के लिए हंसी खुशी रवाना हुए लेकिन तीनों को क्या पता था कि क्रूर काल उसके साथ चल रहा है तीनो हंसी खुशी किसी काम से बीकानेर पहुंचने ही वाले थे कि क्रूर काल ने हमेशा के लिए दोनो मामा भांजे को चीर निंद्रा में सुला दिया तथा एक भाई गंभीर रूप से घायल हो जो जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है।इस सड़क हादसे ने पूरे श्री डूंगरगढ़ क्षेत्र को झकझोर के रख दिया है।हर कोई विधाता के साथ साथ क्रूर काल को कोस रहा है।
जानकारी के अनुसार टेऊ मनीष पुत्र हनुमान सुथार देराजसर निवासी अपने मामा हरिराम तथा ओमप्रकाश के साथ सामान लेने के लिए बीकानेर जा रहे थे जब गाड़ी बीकानेर जयपुर बाईपास के नजदीक पहुंची तो सामने से आ रहे ट्रक से गाड़ी की भिड़ंत हो गई । ट्रक से टकराने के बाद गाड़ी तीन चार पलटा खाते हुए एक पेड़ से टकराई । इस भीषण सड़क हादसे में मामा भांजे की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई तथा एक अन्य घायल हो गया ।
भीषण था हादसा – जानकारी के मुताबिक हादसा काफी भीषण था बोलोरो और ट्रक में टक्कर के बाद जोरदार धमाका हुआ । धमाके की आवाज सुनकर आसपास होटल में बैठे लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे । बताते हैं की बोलेरो कैंपर गाड़ी ट्रक के अगले टायर से टकराकर तीन पलटा खाते हुए पेड़ से टकरा गई । सूचना मिलने पर नापासर थाना अधिकारी संदीप बिश्नोई मौके पर पहुंचे तथा लोगों की मदद से मृतकों एवं घायल को ट्रॉमा सेंटर भेजा गया । हादसे की सूचना मिलने पर सदर सीओ शालिनी बजाज भी पीबीएम अस्पताल पहुंच गई तथा हादसे की जानकारी ली ।
पापा कठे गया ताक रही मासूम आंखे – हादसे में जान गंवाने वाले देराजसर निवासी हरिराम पुत्र शेराराम सुथार के दो व चार वर्षीय पुत्र हर किसी से एक ही सवाल कर रहे हैं कि पापा कठे गया ।नन्ही आंखे घर पर ढांढस बंधाने पहुंचे ग्रामीणों के बीच अपने पापा को ढूंढ रही क्रूर काल को कोस रही है।महिलाओं की चीत्कार से ढांढस बंधाने पहुंच रहे हर शख्स की आखों से अश्रु धारा बह रही विधाता के साथ साथ काल को कोस रही है। क्रंदन चीत्कार के बीच घर की महिलाए बेसुध होकर पथराई आंखों से अपने लाडलो को ढूंढ रही है।
घायल के लिए हो रही प्रार्थना – इस भीषण सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल जीवन ओर मौत के बीच संघर्ष कर रहे ओमप्रकाश पुत्र भूराराम के जल्द स्वास्थ्य की प्रार्थना हर कोई कर रहा है।