समाचारगढ़ 1 सितम्बर 2024 युगप्रधान आचार्य महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या, साध्वी संघ प्रभा जी ठाना 3 के सानिध्य में तेरापंथ भवन, मोमासर में पर्युषण महापर्व का प्रथम दिन खाद्य संयम दिवस के रूप में भव्य रूप से आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी विधि प्रभा जी ने “नव्या बहरे लेकर प्रयुषण आया” भजन की मधुर स्वर लहरी से किया।
साध्वी संघ प्रभा जी ने पर्युषण महापर्व का महत्व समझाते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति पर्वों की संस्कृति है, जो लौकिकता में आलोकित का संदेश देती है। जैन समाज द्वारा सदियों से उत्साहपूर्वक मनाया जाने वाला यह महापर्व धर्म और आध्यात्मिकता की महागंगा है, जिसमें जन्म-जन्मांतर के पाप धुल जाते हैं।
उन्होंने खाद्य संयम दिवस पर अपने मार्मिक संबोधन में कहा कि आहार का संयम न केवल स्वास्थ्य का मुख्य आधार है, बल्कि साधना को सिद्धि तक पहुंचाने का प्रमुख साधन भी है। इसी संदर्भ में साध्वी प्रांशु प्रभा जी ने भोजन के समय, स्थान और मात्रा पर विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में पर्युषण के दौरान लोगस्स ध्यान और पचरंगी का आयोजन भी किया गया। साध्वी संघ प्रभा जी के सानिध्य में अखंड नमस्कार महामंत्र का जप भी जारी है। कार्यक्रम में आडसर के श्रावक समाज सहित बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति रही।