समाचार गढ़, 25 अक्टूबर, श्रीडूंगरगढ़। इन दिनों डेंगू का प्रकोप तेजी से फैल रहा है, जिसके कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है। यह मच्छर जनित रोग है, जो एडीस एजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। इसकी अनदेखी से मरीज की हालत गंभीर हो सकती है।
डेंगू के प्रमुख लक्षण:
1. तेज बुखार के साथ ठंड लगना
2. सिरदर्द और आंखों के पीछे दर्द
3. मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द (हड्डी तोड़ बुखार के रूप में भी जाना जाता है)
4. शरीर पर लाल चकत्ते और त्वचा में खुजली
5. मतली, उल्टी और थकान
6. प्लेटलेट्स की संख्या में तेजी से गिरावट
बचाव के उपाय:
1. शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें और मच्छररोधी क्रीम का उपयोग करें।
2. घर के आसपास पानी जमा न होने दें, ताकि मच्छर न पनपें।
3. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
4. बुखार होने पर तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लें।
इलाज और सावधानियां:
डेंगू का कोई विशेष एंटीबायोटिक या वैक्सीन नहीं है। मरीज को पर्याप्त आराम, तरल पदार्थों का सेवन और पेरासिटामोल जैसी दवाओं से बुखार नियंत्रित किया जाता है। एस्पिरिन जैसी दवाओं से बचना चाहिए, क्योंकि ये प्लेटलेट्स को और कम कर सकती हैं। गंभीर मामलों में मरीज को अस्पताल में भर्ती कर प्लेटलेट्स चढ़ाने की आवश्यकता पड़ सकती है।
निष्कर्ष: डेंगू की रोकथाम के लिए सतर्कता बेहद जरूरी है। बुखार या अन्य लक्षण दिखने पर देरी न करें और जल्द से जल्द अस्पताल जाकर जांच कराएं। समय पर उपचार से डेंगू की गंभीरता को रोका जा सकता है।