समाचार गढ़, 13 अगस्त 2025, श्रीडूंगरगढ़। आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं के नारों से गूंज उठा, जब राजीव गांधी पंचायती राज संगठन बीकानेर देहात की जिला कार्यसमिति बैठक और आक्रोश रैली ने माहौल गरमा दिया। तेजा मंदिर में आयोजित बैठक में जिलाध्यक्ष हरिराम बाना की अगुवाई में सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने न केवल संगठनात्मक चर्चा की, बल्कि सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उपखंड कार्यालय तक जोशीली रैली भी निकाली।
बैठक में विशिष्ट अतिथि के रूप में मंच पर प्रदेश उपाध्यक्ष गजानंद शर्मा, जुगल हटीला, संभाग प्रभारी विमल भाटी मौजूद रहे। इन नेताओं ने कांग्रेस की विचारधारा को गांव-गांव पहुंचाने और संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने का आह्वान किया। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष प्रतिनिधि राधेश्याम सिद्ध, जिला महासचिव भगवाननाथ सिद्ध, एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष शिवराज गोदारा, दलित नेता राजेंद्र बापेऊ, सुरेंद्र सिंह कस्वां, सुंदरलाल बेरड़ ने भी कार्यकर्ताओं से पार्टी हित में जागरूक और सक्रिय रहने की अपील की।
युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष संतोष गोदारा और उनकी टीम ने व्यवस्थाओं का जिम्मा संभाला। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री मूलचंद स्वामी, स्वागत भाषण जिला प्रवक्ता सुरेंद्र महावर और आभार ज्ञापन विधानसभा प्रभारी रामेश्वरदास स्वामी ने किया।
बैठक में जोश भरने के लिए एनएसयूआई के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और एआईसीसी सदस्य अभिषेक चौधरी, पार्टी देहात जिलाध्यक्ष बिशनाराम सिहाग और युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव विश्वास सांगवान भी श्रीडूंगरगढ़ पहुंचे। अभिषेक चौधरी ने छात्रसंघ चुनावों को राजनीति की पहली सीढ़ी बताते हुए जल्द चुनाव करवाने के लिए संघर्ष का आह्वान किया। वहीं बिशनाराम सिहाग ने वोट चोरी के माध्यम से लोकतंत्र पर हमले का विरोध करते हुए एकजुट होकर संघर्ष का संदेश दिया।
बैठक के बाद तेजा मंदिर से उपखंड कार्यालय तक निकली रैली में हरिराम बाना, बिशनाराम सिहाग, अभिषेक चौधरी और विश्वास सांगवान के नेतृत्व में सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने पार्टी झंडे लहराते और सरकार विरोधी नारे लगाते हुए मार्च किया। उपखंड अधिकारी के माध्यम से राज्यपाल के नाम सौंपे गए ज्ञापन में पंचायत राज व निकाय चुनाव जल्द करवाने, स्मार्ट मीटर योजना बंद करने, कृषि कुंओं पर 6 घंटे पूरे वोल्टेज के साथ बिजली देने, गोजा लट व कातरा लट से नष्ट फसलों का मुआवजा और बीमा क्लेम में शामिल करने, तथा बालिका शिक्षा की स्कूटी योजना पुनः शुरू करने की मांगें रखी गईं।














