समाचार-गढ़, इंफाल। सीमा सुरक्षा बल की एक टीम को मणिपुर के उखरूल जिले के थवाई कुकी गांव में तैनात किए जाने की संभावना है, जहां शुक्रवार को हथियारबंद लोगों ने तीन लोगों की हत्या कर दी थी। सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बल आसपास की पहाड़ियों के जंगलों में तलाशी अभियान चला रहे हैं, जहां हथियारबंद लोगों के छिपे होने की आशंका है।
सूत्रों ने यह भी कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन की सहायता के लिए राज्य के नौ जिलों में बीएसएफ की लगभग 60 कंपनियों को तैनात किये जाने की संभावना है। गांव में बीएसएफ टीम तैनात करने का संभावित कदम ऐसे वक्त उठाया जा रहा है, जब कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने स्वतंत्रता दिवस परेड के दौरान लोगों के एक समूह के अत्याधुनिक आग्नेयास्त्रों के खुले प्रदर्शन के बारे में चुराचांदपुर के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी थी।
बीएसएफ (पूर्वी कमान) की अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) सोनाली मिश्रा ने चार वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हाल में राजभवन में राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की थी और उन्हें पूर्वोत्तर राज्य में मौजूदा सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी थी। इस बीच, मणिपुर में जातीय हिंसा से बचने के लिए मेइती समुदाय के 200 से अधिक जो लोग म्यांमार चले गए थे, वे तीन महीने से अधिक समय के बाद सुरक्षित राज्य लौट आए।
तीन जनों को जिंदा जलाने की सीबीआई जांच
मणिपुर में एक कुकी-मेइती दंपती के सात वर्षीय बच्चे को उसकी मां और चाची के साथ जिंदा जला दिए जाने की घटना समेत 20 मामले जांच के लिए पुलिस ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो को सौंप दिए हैं। सीबीआई ने तीन मई से राज्य में हुई जातीय झड़पों की जांच शुरू कर दी है। चार जून को पश्चिम इंफाल जिले के इरोइसेम्बा में भीड़ ने एक एम्बुलेंस पर हमला कर दिया और उसमें आग लगा दी थी।