राजस्थान सरकार द्वारा गरीबों, आर्थिक रूप से कमजोर एवं बीपीएल परिवारों को खाद्य सुरक्षा योजना के तहत खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए कानून पारित किया गया है और इसके लिए पात्र परिवार आवेदन भी कर रहे हैं। परंतु यह योजना सिर्फ कागजों तक सीमित ही होकर रह गई है गरीब और आर्थिक रुप से कमजोर परिवार तो आज भी असुरक्षित है। बीकानेर के श्री डूंगरगढ़ में कई परिवार राजस्थान सरकार की महत्वकांक्षी योजना खाद्य सुरक्षा से वंचित है। पन्द्रह आवेदनकर्ताओं ने बताया कि उनके डॉक्यूमेंट पूरे हैं लेकिन फिर भी रिजेक्ट कर दिए गए हैं।
आवेदनकर्ता रघुवीर ने बताया उसके माता-पिता वृद्ध है और आवेदन किए हुए 2 साल उपरांत भी हमारा नाम खाद्य सुरक्षा में नहीं जोड़ा गया है।
वही एक और आवेदन कर्ता अशोक माली ने कहा कि वह सब्जी का ठेला लगाता है और उसे गेहूं नहीं मिलते हैं आवेदन को भी 2 साल हो गए सभी डॉक्यूमेंट भी कंप्लीट है।
आखिर कब खुलेगी जिम्मेदारों की आंखें और गरीब के चूल्हे तक कब पहुंचेगा राशन