समाचार गढ़, 10 सितम्बर 2025, श्रीडूंगरगढ़। कालूबास नेहरू पार्क के पास स्थित सरस्वती उच्च माध्यमिक विद्यालय का नजारा बुधवार को बेहद खास रहा। वर्ष 2006 की कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों ने अपने गुरुजनों का सम्मान कर गुरु-शिष्य परंपरा को जीवंत कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की नींव रखने वाले स्व. मदनलाल चूरा और स्व. धनपत राय चूरा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर और गुरु वंदना से हुई। इसके बाद बैंड-बाजों की धुन पर पूर्व छात्रों ने अपने गुरुजनों का स्वागत किया।
गुरुजनों के लिए यह क्षण बेहद भावुक कर देने वाला रहा। उन्होंने कहा कि गुरु-शिष्य का रिश्ता केवल शिक्षा तक सीमित नहीं होता, बल्कि जीवनभर एक गहरी डोर से बंधा रहता है।
इस मिलन समारोह में 2006 बैच के छात्र-छात्राएं शामिल हुए, जिनमें कोई आज फौज में देश सेवा कर रहा है, तो कोई बैंक मैनेजर, कोई सीए, कोई इंजीनियर, कोई प्रधानाचार्य और कोई सुप्रसिद्ध गायक व कलाकार बन चुका है। सभी शिष्य एक साधारण दरी पर बैठकर अपने पुराने दिनों को याद करते हुए भावुक हो उठे।
कार्यक्रम में वे पूर्व छात्राएं भी जुड़ीं, जो मौके पर उपस्थित नहीं हो सकीं। उन्होंने इस आयोजन को लाइव देखकर अपनी भावनाएं साझा कीं। गुरुजनों ने इस आयोजन की सराहना करते हुए अपने सभी शिष्यों को जीवन में आगे बढ़ने और सही राह पर चलने का आशीर्वाद दिया।













