
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली दौरे के बाद एक बार फिर से गहलोत सरकार के तीसरे मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की चर्चा चल पड़ी है। मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार के साथ-साथ शेष बची राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर चर्चा की है। विश्वस्त सूत्रों ने भी इसके संकेत दिए हैं। बताया जाता है कांग्रेस आलाकमान ने मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल के जरिए असंतुष्ट वरिष्ठ विधायकों को संतुष्ट करने के निर्देश दिए हैं।इसीलिए भी होगा मंत्रिमंडल फेरबदल-विस्तारविश्वस्त सूत्रों की माने तो साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस आलाकमान और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी फिर से सरकार रिपीट होने के आसार नजर आ रहे हैं, जिसके चलते पार्टी आलाकमान नहीं चाहते हैं कि वरिष्ठ और असंतुष्ट विधायकों की नाराजगी का सामना करना पड़े। इसीलिए सबको संतुष्ट करने के लिए एक बार फिर से मंत्रिमंडल विस्तार किया जाए जिनमें पहले मंत्रिमंडल में शामिल किए गए कई मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखा कर उनकी जगह नए लोगों को मौका दिया जाए।
माकन भी कह चुके हैं तीसरे मंत्रिमंडल विस्तार की बात
इससे पहले बीते साल नवंबर माह में हुए मंत्रिमंडल पुनर्गठन के दौरान भी प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने तीसरे मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की बात कही थी। जिसमें और लोगों को भी मौका देने की बात कही थी।शेष बची राजनीतिक नियुक्तियों पर भी चर्चा बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सोनिया गांधी के बीच शेष बची राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भी चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शेष बची राजनीतिक नियुक्तियों में एडजस्ट किए जाने वाले को सोनिया गांधी के समक्ष रखा है। गौरतलब है कि मंत्रिमंडल पुनर्गठन में कई वरिष्ठ विधायकों को एडजस्ट नहीं किए जाने के चलते उनकी नाराजगी लगातार सामने आ रही है और यह मामला अब दिल्ली तक भी पहुंच चुका है जिसके बाद फिर से मंत्रिमंडल विस्तार फेरबदल की बात कहीं जा रही है।