समाचार गढ़। श्रीडूंगरगढ़ की श्री गौमाता भंडारा गौशाला समिति द्वारा महा शिवरात्रि के अवसर पर आयोजित श्रीमद भागवत कथा में आज तीसरे दिन बोलते हुए कथा व्यास भाई संतोष सागर महाराज ने कहा कि जहां भगवती सती का चरित्र जिद्दी था तो मां पार्वती का चरित्र सिद्धी है। सती ने माता पिता से पूछे बिना विवाह किया तो विवाह जीवन सफल नहीं हुआ, वहीं पार्वती ने माता पिता की आज्ञा से भगवान शिव के साथ विवाह किया तो दीर्घ विवाह जीवन चला। महाराज ने कहा आज के युवा माता- पिता के खिलाफ जा कर विवाह करते है इस लिए विवाहित जीवन छोटा व क्लेश भरा होता है। आज भाई श्री ने कथा में भगवान शिव पार्वती की बहुत सुंदर कथा सुनाई। माता मैना ने पार्वती को अपनी बेटी को बहुत सुंदर सीख दी। धैर्य से जीवन जीने का संदेश दिया। जबकि आज की माता बेटियों को अच्छी सीख नहीं देती अतः 40 प्रतिशत विवाह टूट रहे है। बेटी के घर में मां ज्यादा दखल करे तो बेटी का घर टूटता है। आज की कथा के मुख्य यजमान गोपी किशन- गीता देवी मोदी ने सभी श्रद्धालुओं का आभार जताया।
नेहरू पार्क में आयोजित भागवत कथा का विश्राम, भागवत समझावै- गृहस्थ में कियां रैवणो चाइजै- संत शिवेन्द्रजी
समाचार गढ़, 22 दिसम्बर, श्रीडूंगरगढ़। कालूबास में स्व. श्री मोहनलाल सोनी (माहेश्वरी) के संतति द्वारा नेहरूपार्क में आयोज्य श्रीमद् भागवत कथा का विश्राम समारोह- पूर्वक हुआ। भागवतजी को गाजे –…