समाचार गढ़, 8 मई, श्रीडूंगरगढ़। योग के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाले धीरदेसर पुरोहितान निवासी योग एक्सपर्ट ओम कालवा ने जानकारी देते हुए बताया कि मानव शरीर में हड्डियों की संख्या 206 होती है परंतु नवजात शिशु के शरीर में 270 हड्डियां होती है। 640 मसल्स 360 ज्वाइंट्स मानव शरीर में मुख्य रूप से 6 प्रकार के सिनोव्हिअल जोड़ होते हैं। उन सिनोव्हिअल जोड़ के द्वारा पता लगाया जा सकता है कि किन किन स्थितियों में शरीर को खींचा जा सकता है तथा हमारे शरीर की हड्डियों को आगे – पीछे, दाएं बाएं, ऊपर – नीचे घुमाने में मदद करते हैं।
- हिंज :- यह हमारे शरीर का सबसे सरल जोड़ होता है, इससे जुड़ी हड्डियां एक धुरी पर हिल दुल सकती है। (कोहनी का जोड़)।
- पिवट :- इससे जुड़ी हड्डियां एक ही धुरी पर घूम सकती है। (कोहनी के नीचे की हड्डी)
- वॉल ओर सॉकेट :- इससे जुड़ी हड्डियां चारों दिशाओं में आसानी से घूम सकती है। (कन्धे व कूल्हे के जोड़)
- इलिप्सॉइड :- यह कलाई की हड्डी जो अलविदा या बाय-बाय करने में काम आती है।
- सेंडल :- ये अँगूठे का जोड़ ।
- प्लेन :- ये जोड़ हाथ व पैर के पंजो के बिच पाये जाते है।
इन सभी मुख्य जोड़ों को अपनी दैनिक दिनचर्या में नियमित योगासनों का अभ्यास करने से सौ सालों तक लचीले और स्वस्थ रहेगें इनके लिए सूक्ष्म व्यायाम गर्दन, कंधे, हाथ पैर, कूल्हे के जोड़ का व्यायाम पहले करें फिर योगासन जेसे ताड़ासन, कटिचक्रासन, तिर्यक ताड़ासन, वृक्षासन, सूर्य नमस्कार, चक्रासन, भुजंगासन, शलभासन, मकरासन, शीर्षासन, सर्वांगासन, धनुरासन, पश्चिमोंतानासन इत्यादि। योग एक्सपर्ट ओम कालवा ने आम नागरिक से अपील करते हुए कहा कि हर इंसान को अपनी दैनिक दिनचर्या में योग नियमित रूप से अपनाना बहुत ही जरूरी हो गया है। इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में अपने शरीर को स्वस्थ रखना एक चैलेंज हो गया है। सुखी और निरोगी जीवन के लिए हर उम्र में योग रामबाण औषधि है।