समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़। दिन रात जी तोड़ मेहनत करने के बाद भी किसान की जिंदगी मुसीबतों से भरी पड़ी है। सेठ साहूकारों से कर्ज लेकर जैसे तैसे बीज बुहाई कर बड़े अरमानों के साथ किसान दिन रात मेहनत कर अरमानों के सपने संजोता है। लेकिन शायद विधाता ने किसान के जीवन में सुख चैन लिखा ही नहीं है। किसान कभी सूखे का सामना करता है तो कभी ओला वृष्टि तो कभी अतिवृष्टि तो कभी तेज गर्मी तो कभी तेज सर्दी का सामना करना, मानो किसान के भाग्य में ही लिखा हुआ है। लेकिन इन सब को सहन करने के बाद भी किसान को और कई मुसीबतों से गुजरना पड़ रहा है।
जी हां हम बात कर रहे है किसान की एक और मुसीबत का जो किसानों के लिए जी का जंजाल बन कर सामने आ रही है। पिछले कई दिनों से श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में सूअरो ने आतंक मचा रखा है। लगता है कि किसानों की मेहनत पर सुअरो की पैनी नजर पड़ गई है। श्री डूंगरगढ़ के आसपास के कई गांवो में सुअर नुकसान पहुंचा रहे हैं लेकिन अभी तक इन सूअरों से निजात दिलाने के लिए ना तो प्रशासन द्वारा कोई कदम उठाया गया है और ना ही किसी जनप्रतिनिधि या ग्रामपंचायत द्वारा निजात दिलाने का कोई प्रयास किया गया है। नतीजन सुअरो का झुंड किसानों द्वारा दिन रात हाड़ तोड़ मेहनत कर तैयार की गई फसलों को चट कर रहे हैं। यह सुअर समूह में एक झुंड बनाकर खेतो में खड़ी फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। आज सुबह सुअरो का एक झुंड सातलेरा गांव की दिखनादी रोही में रेलवे लाइन के समीप खेतो में घुस गया।किसान किशोर कुमार सारस्वत ने बताया कि यहां करीब बीस पच्चीस की संख्या में सुअरो का झुंड खेतों में खड़ी फसल में घुस गया। किसानों द्वारा काफी कोशिश कर भगाया गया। किसान किशोर कुमार ने बताया कि यह सुअर जिस खेत में घुसते है तो वहां फसल को तहस नहस कर रहे हैं। किसानों ने प्रशासन से खेतों में खड़ी फसल को इन सूअरों के आतंक से बचाने की अपील की है।
सातलेरा से सहयोगी गौरीशंकर सारस्वत की रिपोर्ट