समाचार गढ़, 15 दिसम्बर 2024, अमरसर। अपना पूरा जीवन शिक्षा , सामाजिक चेतना को समर्पित करने वाले अंचल के किसान क़ौम के प्रथम चिकित्सक, पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी राजस्थान सरकार के पद पर पहुँच कर गाँव और किसान के मान सम्मान के लिए नींव और आधारशीला बने स्व.डॉ भागीरथ प्रसाद माचरा को हज़ारों लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
जाट महासभा राजस्थान के संरक्षक विजय पूनियाँ ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि
डॉ भागीरथ प्रसाद माचरा ने उन विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए हर हालात में किसान क़ौम का स्वाभिमान बढ़ाया, उनका जीवन संघर्ष हम सब के लिए प्रेरणा है।
डॉ भागीरथ प्रसाद माचरा के जीवन को संघर्षों की एक शताब्दी बताते हुए कहा कि सामाजिक चेतना और जातीय भेदभाव को मिटाने में डॉ साहब का कदम अमिट रहेगा।
डॉ भागीरथ प्रसाद माचरा का स्वर्गवास 02 दिसंबर 2024 को 92 वर्ष की उम्र में हुआ, जिनकी श्रद्धांजलि सभा उनके पैतृक गाँव अमरसर में रखी गई, जिसमें अंचल के हज़ारों गणमान्य लोगों, जनप्रतिनिधियों, चिकित्सकों, समाजसेवीयों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।