जयपुर में होगा राजस्थान स्तरीय वृहद गीता महोत्सव। जयपुर में बैठक आयोजित
समाचार-गढ़, जयपुर। रविवार को दोपहर राजस्थान के 33 जिलों में सनातन धर्म यात्रा के समापन कार्यक्रम को वृहद गीता महोत्सव के रूप में मनाने के लिए के समूचे राजस्थान से आए गणमान्य जनों की एक सभा यहां विद्याधर नगर के सेक्टर 2 में स्थित उत्सव भवन में आयोजित की गई। सभा को संबोधित करते हुए गीता संप्रचार में जुटे हुए युवा संत संतोष सागर जी ने कहा कि अब तक विद्यार्थियों तथा कैदियों तक सवा दो लाख गीता निशुल्क इस मंतव्य के साथ पहुचाई जा चुकी है कि वे इससे प्रेरणा पाकर अपने जीवन को संवारेंगे।
25 फरवरी से 5 मार्च तक जयपुर में आयोजित होनेवाले गीता महोत्सव में एक लाख विद्यार्थियों को निशुल्क गीता ग्रंथ प्रदान किया जाएगा तथा गीता को पाठ्यक्रम में लागू करवाने के लिए सरकार से आग्रह किया जाएगा। इस कार्यक्रम के लिए सौ से अधिक यजमानों को तैयार किया जाएगा। इस आयोजन के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा। सर्व सम्मति से आर सी गुप्ता को अध्यक्ष बनाया गया है। बीस से अधिक यजमानों के लिए उपस्थित जनों ने आज की बैठक में सहमति दी गई। इस निमित्त एक बैठक आगामी 22 दिसम्बर को फिर की जाएगी। आर सी गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि गीता की उपादेयता निर्विवादित है तथा यह मनुष्य के उत्थान का ग्रंथ है। करौली के गौभक्त मुन्ना सिंह ने कहा कि गीता का प्रचार राष्ट्रीय कार्यक्रम इसमें हम सब की सहभागिता अहम है। रमेश कुमार लखोटिया ने इस कार्यक्रम को अनुपम बताया। सुनील बिहानी ने कहा कि राजस्थान स्तरीय यह गीता कार्यक्रम सबके लिए प्रेरणीय रहेगा। अलवर के सामाजिक कार्यकर्ता सीए श्री किशन गुप्ता ने कहा कि गीता महोत्सव पूरे देश को प्रेरणा प्रदान करेगा। बीकानेर के पाराशर नारायण ने कहा कि युवाओं के उत्तम आचरण से हमारा समाज सुदृढ और सुन्दर बनेगा। गीता का इसमें बड़ा योगदान हो सकता है। अजमेर के सुभाष काबरा ने कहा कि हमें तब तक अपने प्रयासों को मंद नहीं करना है, जब तक गीता को पाठ्यक्रम में लागू न करवादें। कोटा के राजेन्द्र खंडेलवाल ने कहा कि विद्यार्थी तो कच्चे घड़े की भांति होते हैं। हम उन्हें जैसा ढालेंगे, वे वैसा हो जाएंगे। संत माया प्रभु ने इस अवसर पर कहा कि गीता बालकों में आत्म विश्वास जगाती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता माहेश्वरी समाज के विनोद तोतला ने की। कार्यक्रम में झुंझनूं के रमेश तुलस्यान, दौसा के मनोहरलाल गुप्ता, नित्यानन्द महाराज, वर्षा खटोड़, अलवर के अशोक आहूजा, रश्मि गुप्ता, श्रीडूंगरगढ़ के रामकृष्ण स्वर्णकार, कोटा के गोविंद शर्मा, राजीव बागड़ी आदि सौ से अधिक लोगों ने भाग लिया। संयोजन डाॅ चेतन स्वामी ने किया।