समाचार-गढ़, 8 अक्टूबर 2023। श्रीडूंगरगढ़ के तेरापंथ भवन धोलिया नोहरा में स्व. धर्मचंद पुगलिया की स्मृति में धर्मचंद भीखमचंद पुगलिया चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित तीस दिवसीय नि:शुल्क प्राकृतिक चिकित्सा शिविर व योग शिविर का उद्घाटन किया गया। शिविर में विभिन्न बीमारियों से पीड़ितों की सेवा नि:शुल्क प्राकृतिक चिकित्सा से व योग से की जाएगी। शिविर में मंचासीन सभी को शॉल तथा मोतियों की माला पहनाई गई इसके साथ स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। उपखंड अधिकारी मुकेश चौधरी ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा से विभिन्न बीमारियों का इलाज संभव है। धर्मचंद भीखम चंद पुगलिया चैरिटेबल द्वारा आयोजित शिविर को बीमारी से पीड़ितों की सेवा के साथ-साथ इसे भारतीय चिकित्सा पद्धति के प्रचार प्रसार का माध्यम बताते हुए आभार व्यक्त किया।
मुख्य वक्ता डॉ. विमला डुकवाल ने कहा कि मोटे अनाज में भरपूर पोषक तत्व होते है। हमे पाश्चात्य संस्कृति की तरफ झुकाव कम करके वापिस अपनी थाली में अनाज,दाल,फल, सब्जी और दूध को बढ़ाना होगा।
विशिष्ट अतिथि तहसीलदार राजवीर सिंह कड़वासरा ने प्राकृतिक चिकित्सा योग का महत्व बताया। कोलकाता प्रवासी मदन लाल जोशी ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा प्राकृतिक चिकित्सा सनातन से चली आ रही पुरानी चिकित्सा पद्धति है। श्रीडूंगरगढ़ के वरिष्ठ अधिवक्ता ललित कुमार मारू ने प्राकृतिक चिकित्सा योग के बारे में जानकारी दी। एडवोकेट ललित कुमार मारू ने कहा कि कोरोना काल में अधिकांश लोगों ने प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग आयुर्वेद को अपना कर अपने आप को स्वस्थ रखने का प्रयास किया। सभी विशिष्ट अतिथियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इससे पहले भी प्राकृतिक चिकित्सा योग शिविर लगाया गया था जिसमें अनेक लोगों को लाभ हुआ। लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए भीखमचंद पुगलिया ने सहरदयता दिखाते हुए इस शिविर का आयोजन किया गया है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए साहित्यकार श्याम महर्षि ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा तथा आयुर्वेद प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। जिसमें आहार व्यायाम से रोगी को ठीक किया जा सकता है।
कार्यक्रम में किरण देवी पुगलिया का भी सम्मान किया गया। प्राकृतिक चिकित्सा डा राधेश्याम पारीक एवं डा रवि पारीक द्वारा की जायेगी। तथा श्रीडूंगरगढ़ में लम्बे समय से सेवा देने वाले योग गुरु ओमप्रकाश कालवा योग की शिविर में सेवाएं देंगे। इस समारोह में किरण देवी पुगलिया, नगरपालिका प्रतिपक्ष नेता अंजू पारख, टीएसएस के प्रशासक सूर्य प्रकाश गांधी, विजय राज सेठिया, धनराज पुगलिया, श्रीगोपाल राठी, विजय राज सेवग, महावीर माली, श्यामसुंदर आर्य, विमल भाटी, विजय महर्षि, मनोज डागा, महेश राजोतिया, थानमल भाटी, नरेंद्र कुमार भनोत, पवन कुमार सेठिया, रेखचद सेठिया, अनोप चंद पुगलिया, तोलाराम पुगलिया, राजूराम, नेमाराम नाई, कन्हैयालाल पुरोहित, जितेन्द्र सोनी, राज करण तातेड, कंचन लता भनोत, संपत गांधी, रामचंद्र राठी, अशोक बैद सहित अनेक गणमान्य जन मातृ शक्ति आदि उपस्थित रहे।