गाड़िया लोहार समुदाय के 60 परिवारों को आवासीय भूमि की आवश्यकता, सरकार से स्थायी पट्टे की मांग
समाचार गढ़, 11 नवंबर 2024। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में निवास कर रहे गाड़िया लोहार समुदाय के 60 से अधिक परिवारों ने आवासीय भूमि के स्थायी पट्टे की मांग उठाई है। यह समुदाय वर्षों से अस्थायी साधनों पर जीवन यापन कर रहा है और उन्हें अभी तक स्थायी आवास की सुविधा नहीं मिल सकी है। इस संबंध में भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष विनोद गिरी गुसाई ने प्रतिनिधि के रूप में स्थानीय प्रशासन को प्रार्थना पत्र सौंपा है। जिसमें इस समुदाय के लोगों को प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत आवास प्रदान करने का आग्रह किया गया है।
गाड़िया लोहार समुदाय श्रीडूंगरगढ़ के बिग्गा बास क्षेत्र में लगभग 35 वर्षों से बसा हुआ है। पिछले वर्षों में कुछ परिवारों को सरकारी पट्टे आवंटित किए गए थे, परंतु अब यह स्थान उनके लिए पर्याप्त नहीं है। वर्तमान में इस समुदाय के लगभग 60 परिवार ऐसे हैं जो आर्थिक तंगी और पिछड़ेपन के कारण स्थायी निवास के बिना कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इस समुदाय के लोग मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का गुजारा करते हैं। इनके पास न तो कृषि भूमि है और न ही किसी प्रकार का स्थायी निवास। इसके अलावा, राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं के बावजूद श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में इनके लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं हो पाई है। 2 अक्टूबर 2024 को राज्य सरकार ने अन्य कई क्षेत्रों में गरीब तबके को आवास और भूमि पट्टे प्रदान किए थे, लेकिन श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में यह सुविधा नहीं दी गई, जिससे यह समुदाय आज भी वंचित है।
हाल ही में नगरपालिका मंडल श्रीडूंगरगढ़ की एम्पावर्ड कमेटी ने खसरा नंबर 942, रोही श्रीडूंगरगढ़ में गाड़िया लोहार समुदाय के लिए भूमि आवंटन के आदेश पारित किए थे। हालांकि, इस आदेश के बावजूद कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। एम्पावर्ड कमेटी की बैठक की कार्यवाही रिपोर्ट भी इस पत्र के साथ संलग्न की गई है।
गाड़िया लोहार समुदाय ने जिला कलेक्टर से आग्रह किया है कि उन्हें आवासीय भूमि आवंटित कर स्थायी पट्टे जारी किए जाएं ताकि वे प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत सुरक्षित आवास प्राप्त कर सकें।