समाचार-गढ़, 4 सितंबर 2023। श्रीडूंगरगढ़ के मालू भवन में रविवार को केंद्र व्यवस्थापिका डॉ. साध्वी सम्पूर्ण यशा के सानिध्य में श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के तत्वधान में ज्ञानशाला दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ ज्ञानार्थियों एवं प्रशिक्षिकाओं ने संयुक्त रूप से किया। साध्वी संपूर्णयशा ने प्रेरक उद्बोधन में कहा ज्ञानशाला भावी पीढ़ी को संस्कारी बनाने की प्रयोगशाला है। संस्कार निर्माण का एक महत्वपूर्ण उपक्रम है । गुरुदेव तुलसी की दूरदर्शी सोच से सन 1992 से ज्ञान शालाओं का संचालन तेरापंथी सभाओं के माध्यम से किया जा रहा है। इसमें महिला मंडल की प्रशिक्षिकाओं द्वारा धार्मिक संस्कार जैनत्व का ज्ञान, जीवन निर्माण की शिक्षा व नैतिक शिक्षा का अध्ययन ज्ञानशाला में करवाया जाता है। साध्वीश्री ने अभिभावकों को प्रेरणा देते हुए कहा कि संस्कारों का बीजारोपण करने के लिए महिलाएं अपने बच्चों को ज्ञानशाला अवश्य भेजें ताकि बच्चों की जीवन शैली सुंदर बन सके।
तेरापंथ सभा के मंत्री पवन कुमार सेठिया ने बताया कि संपूर्ण देश में महासभा के दिशा निर्देश से स्थानीय तेरापंथ सभाओं द्वारा ज्ञानशाला का संचालन किया जा रहा है। वर्तमान में देश भर में 553 ज्ञानशालाओं के माध्यम से 4021 प्रशिक्षिकाओं द्वारा 1898 ज्ञानार्थी ज्ञान और संस्कारों का अर्जन कर रहे हैं। समय-समय पर महासभा द्वारा प्रशिक्षिकाओं के लिए भी प्रशिक्षण शिविर व लिखित परीक्षाएं आयोजित की जाती है। ज्ञानशाला के बच्चों ने आचार्य तुलसी को समर्पित एक डांस की मनमोहक प्रस्तुति दी व इसके अलावा “जल ही जीवन है” जल बचाओ पर एक शानदार नयनाभिराम प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में साध्वी महक प्रभाजी, महिला मंडल से मंजू देवी झाबक, तेयुप से मनीष पटवारी, झीनकार देवी बोथरा ने भी अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी। ज्ञानशाला में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के सर्वोच्च विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए व सभी प्रतियोगियों को सांत्वना पुरस्कार भी दिए गए। बच्चों को कार्यक्रम की तैयारी करवाने के लिए साक्षी दुगड़ व पारुल लूणिया को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन साक्षी दुगड़ ने किया। कार्यक्रम में TSS प्रशासक सूर्य प्रकाश गांधी, सभी संघीय संस्थाओं के प्रतिनिधि, अभिभावक गण व बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित थे।