समाचार गढ़, 21 अगस्त, श्रीडूंगरगढ़/मोमासर। तेरापंथ भवन में साध्वी संघ प्रभा जी ठाणा 3 के सानिध्य में अंकिता सेन (नाई) का अठाई तप सफलतापूर्वक पूर्ण होने पर अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ तेरापंथ महिला मंडल द्वारा प्रस्तुत गीतिका “अंकिता करी अठाई रे मन में खुशी अपार” से हुआ। साध्वी संघ प्रभा जी ने अपने प्रेरक उद्बोधन में तप की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान महावीर ने साढ़े बारह वर्षों तक कठोर तपस्या कर केवल्य प्राप्त किया, जबकि भगवान बुद्ध ने छह वर्षों तक घोर तप किया और बोधि प्राप्त की। उन्होंने कहा कि तपस्या से आत्मा की तेजस्विता, चित्त की निर्मलता और काया की निरोगिता में वृद्धि होती है। साध्वी विधि प्रभा जी ने कहा कि तप से आत्मा के प्रकंपन परकंपित होते हैं और कर्मों का क्षय होता है। इस अवसर पर विमला देवी गोगड़ ने “धन्य धन्य अंकिता बाई, जबरो काम किनो हो” गीतिका प्रस्तुत की, जबकि पुष्पा देवी पटावरी, सरिता देवी संचेती, चारु संचेती, केवल जी सेन (नाई) सहित अन्य वक्ताओं ने तपस्वी की अनुमोदना की। कार्यक्रम का संचालन साध्वी प्रांशु प्रभा जी ने किया। तपस्वी अंकिता सेन का साहित्य भेंट कर जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा संस्थान, अणुव्रत समिति, और महिला मंडल द्वारा अभिनंदन किया गया।
श्रीडूंगरगढ़ महाविद्यालय में परीक्षा में डमी छात्रा पकड़ी गई, पुलिस ने दर्ज किया मामला
समाचार गढ़, 22 दिसम्बर 2024। श्रीडूंगरगढ़ महाविद्यालय में आज वर्धमान खुला विश्वविद्यालय, कोटा द्वारा आयोजित कंप्यूटर परीक्षा में डमी परीक्षार्थी के तौर पर एक युवती को परीक्षा देते हुए पकड़ा…