समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़। योग मानव के शारीरिक और मानसिक दोनों स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। यह एक अमूल्य प्राचीन प्रथा है। यूं तो योग की महत्व किसी से छुपा नहीं है लेकिन इसका महत्व तब बढ़ गया जब कोरोना के कारण सभी घरों में बैठकर तनाव से ग्रस्त हो गए थे और लोगों की आवाजाही बंद हो गई थी। ऐसे मे मन को शांत रखने और शरीर को दुरुस्त रखने में योग ने ही मदद की थी। जीवन में योग के इसी महत्व को दर्शाने के लिए पूरा विश्व इंटरनेशनल योगा डे मनाता है। इंटरनेशनल योगा डे देश भर में योग से होने वाले फायदों के विषय में जागरूकता फैलाने के लिए 21 जून को मनाया जाता है। इस साल यह इंटरनेशनल योगा डे का 8वां संस्करण है। इंटरनेशनल योगा डे 2022 के प्रदर्शन का मुख्य कार्यक्रम कर्नाटक के मैसूर में हुआ जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
श्रीडूंगरगढ़ में भी अनेक स्थानों पर योग गुरूओं ने योग के बारे में जानकारी देते हुए योगाभ्यास करवाकर इसके लाभ के बारे में बताया।
श्रीडूंगरगढ़ के रा.उ.मा.वि. सातलेरा में विद्यार्थी, शिक्षकों व ग्रामीणों द्वारा सामुहिक योगाभ्यास किया गया। जिसमें दक्ष योग प्रशिक्षिका पुष्पा जांगिड़ ने विभिन्न योग व प्राणायाम अनुलोम विलोम, कपाल भाती, भस्त्रिका भ्रामरी सूर्यनमस्कार आदि विधिवत योगाभ्यास करवाया। इसके साथ शांति पाठ व कल्याण मन्त्र के साथ योगाभ्यास सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर सरपंच प्रतिनिधि भीखराज जाखड़, व्याख्याता नौरतमल शर्मा, सुरेश कुमार हर्षवाल नुजल, शंकरलाल व विद्यार्थी सहित ग्रामीणों की सहभागिता रही।
श्रीडूंगरगढ़ की श्रीमती मालीदेवी कोडामल बाहेती बालिका आदर्श विद्या मन्दिर में अन्तराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय के भैया-बहिनें, आचार्य-आचार्या कर्मचारी व नगर के पुरुष, महिलायें सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे। योग का संचालन योगगुरू ओम कालवा द्वारा किया गया। जिसमें गोविन्द सोनी व राकेश द्वारा योग करवाया गया। कार्यक्रम में तहसीलदार ओमप्रकाश मीणा, नायब तहसीलदार जयनारायण प्रजापत व डॉ. पवन गोदारा, राकेश कुमार सोनी विद्यालय के व्यवस्थापक विनोद कुमार वर्मा अध्यक्ष आशाराम पारीक भी शामिल रहे। परिसर की पूर्ण व्यवस्था व कार्यक्रम की देखरेख प्रधानाचार्य शक्तिसिंह यादव द्वारा की गई।
श्रीडूंगरगढ़ में पतंजलि योग समिति व श्रीकृष्ण योग संस्थाऩ के तत्वावधान में योगाचार्य गोविंदराम सोनी के सानिध्य में 21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयुष मंत्रालय के प्रोटोकॉल के अनुसार समस्त योग व प्राणायाम के साथ विभिन्न आसन व ध्यान के साथ प्रार्थना एवं संगठन सूत्र एवं शान्ति पाठ के साथ आज का योग शिविर का आयोजन किया गया। योग शिक्षक सोनी ने बताया कि साधको को योगा चिह्न टीशर्ट भी दी गई। योग शिविर में बङी संख्या में महिलाओं व युवाओं सहित शहर के गणमान्य व्यक्तियों नें योग का अभ्यास किया। योग शिविर में नागरिक विकास परिषद के एस. कुमार सिंधी, डॉक्टर संतोष आर्य में योगाचार्य गोविन्दराम सोनी के साथ सहायक योग शिक्षक केशराराम कड़वासरा, लक्ष्मीनारायण वाधवानी, प्राकतिक चिकित्सक घनश्याम गौड़, योग साधक मूलचंद पालीवाल, मोतीसिंह राठौड़, तोलाराम सारस्वा, सर्वांकर समाज अध्यक्ष ओमप्रकाश सुनार, समाजसेवी रणजीत सोनी, ख्यालीराम माली, लालचंद सारस्वत, योग साधक भंवरी देवी, मोहित गोस्वामी आदि शामिल रहे। योग शिविर में योगाचार्य गोविंदराम सोनी ने सभी को नियमित योग एवं प्राणायाम करने पर बल दिया तथा आज से 8 वर्ष पूर्व पूरे विश्व में पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। योग जो हमारी भारतीय संस्कृति की इस विश्व को अमूल्य देन है। यह हमें जीवन जीना सिखाता है, हमें जीवन में कर्म करने पर बल देता है, संघर्ष करना सिखाता है ताकि हम प्राकृतिक परिवर्तनों से शरीर में होने वाले बदलाव को सहन कर सके और यही आज की बहुत बड़ी आवश्यकता भी साथ ही उन्होंने आए हुए सभी योगसाधक योग की परंपरा को अविरल धारा की तरह आगे ले जाने वाले सभी योग साधक और योग प्रशिक्षकों को शत शत नमन तथा बाबा रामदेव और उनके सभी अनुयायियों को साधुवाद जिन्होंने योग की इस परंपरा को और गतिमान करने में आपने सहयोग किया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सबको बहुत-बहुत बधाइयां दी। कार्यक्रम समापन पर केला, बिस्किट तथा टॉफी वितरण की गयी।