समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़। एक तरफ जहां लंपी रोग कहर बरपा रहा है तो दूसरी तरफ गौ सेवक दिन रात गौ वंश की सेवा में जुटे इस रोग को हराने में जी जान से जुटे नजर आ रहे हैं। लंपी रोग से हजारों गौ वंश अकाल मौत के मुंह में समा गया तथा हजारों की संख्या में गौ वंश दर्द से कराह रहा है हालांकि नये केस कम होने को सुनने को मिल रहे हैं जो दिल को राहत पहुंचाने वाली बात हैं।जो गौ वंश लंपी रोग की चपेट में आया उनमें घाव पड़ने की समस्या आ रही जो गौ वंश के लिए बेहद कष्ट दायक बनी हुई हैं।घाव नहीं भरने तथा घाव में कीड़े पड़ने से कई गौ वंश के पैर सड़ने की समस्या बनी हुई है कई सामाजिक संस्थाएं, गौ सेवक दिन रात इन बेजुबान गौ वंश की सेवा में जुटे हुए हैं।सातलेरा गांव में गौ सेवक पूरे दिन गौ वंश की सेवा में जुटे हुए इस रोग को हराने में लगे हुए नजर आ रहे हैं। इन गौ सेवको द्वारा गौ वंश के घाव साफ करके दवा लगाने का कार्य किया जा रहा है जो गौ वंश को राहत पहुंचा रहा है। गौ सेवक बाबूलाल जाखड़, विजयपाल तावनिया, मुनीराम , प्रकाश लुहार आदि जहां भी बीमार गोवंश की सूचना मिलते ही तुरंत पहुंच जाते हैं तथा गोवंश की सुध लेते हुए सेवा कार्य में जुट जाते हैं । इन गो सेवक युवाओं का कहना है कि गोवंश की सेवा करके दिल को बड़ा सुकून मिलता है युवाओं का कहना है कि जब गोवंश को पीड़ा से राहत मिलती है तो मन को शांति मिल जाती है। साथ ही गौ सेवकों का कहना है कि गोवंश को बचाने के लिए सरकार को इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए जल्द से जल्द वैक्सीन का शोध करके बचे हुए गोवंश को बचाने का प्रयास करें ।
एआई की निगरानी में महाकुंभ: गुमशुदा श्रद्धालुओं को जोड़ने की तकनीकी क्रांति
समाचार गढ़ 22 नवंबर 2024, प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगी योगी आदित्यनाथ सरकार पहली बार इतने व्यापक स्तर पर महाआयोजन का डिजिटलाइजेशन कर रही है।…