13 साल बाद भी भैरव मूर्ति का नहीं मिला सुराग! मनाया काला दिवस
समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़। तोलियासर भैरव मंदिर से चोरी हुई प्राचीन भैरव मूर्ति को आज पूरे 13 वर्ष बीत गए, लेकिन न तो मूर्ति बरामद हो पाई और न ही न्याय की प्रक्रिया किसी ठोस नतीजे तक पहुँच सकी। इसी लम्बे इंतज़ार और प्रशासनिक उदासीनता के विरोध में ग्रामीणों ने रविवार को मंदिर परिसर में काली पट्टी बाँधकर काला दिवस मनाया। ग्रामीणों ने बताया कि 24 नवंबर 2012 की इस घटना के बाद गाँव में बड़ा आक्रोश फूटा था। लोगों ने चक्का जाम, हड़ताल और कई दिनों तक धरना देकर प्रशासन को विशेष टीम से जांच करवाने पर मजबूर किया था, लेकिन इसके बावजूद चोरी की असल सच्चाई सामने नहीं आ सकी। पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी भी आज जमानत पर बाहर घूम रहे हैं, जिससे ग्रामीणों का रोष और गहरा हो गया है। काला दिवस कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि यह घटना सिर्फ चोरी नहीं, बल्कि भैरव भक्तों की आस्था पर सीधा प्रहार है। यह मंदिर गाँव की पहचान है, और मूर्ति के गायब होने का दर्द आज भी हर परिवार महसूस करता है। ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन से एक बार फिर मांग की है कि मामले की पुनः गहराई से जांच कराई जाए, दोषियों को सामने लाया जाए और उन्हें कड़ी सज़ा दी जाए। साथ ही कहा गया कि जब तक मूर्ति बरामद नहीं होती और असली अपराधी पकड़ में नहीं आते, तब तक गाँव में हर वर्ष काला दिवस मनाया जाता रहेगा।












