गौमाता भंडारा में दूसरे दिन की रामकथा
समाचार-गढ़, 13 फरवरी 2023, श्रीडूंगरगढ़। गायों की सेवार्थ आयोजित गौमाता भंडारा में रामकथा के दूसरे दिन युवा संत संतोष सागर ने सती प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान की कथा तीन चीजें देती हैं, भुक्ति, मुक्ति और भगति। सती ने भक्ति चाही।भक्ति से भुक्ति और मुक्ति दोनों मिल जाती है। भक्ति का ढोंग और वास्तविक भक्ति में अंतर है। भक्ति में राग हो न हो पर अनुराग हो। केवल पूजा-पाठ को भक्ति नहीं कहते। भक्ति में भक्त और भगवान दो नहीं रह जाते। संसार के प्रलोभन में प्रयास रहे कि भक्ति न छूटे। सब कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए भी आंतरिक भाव भगवान के प्रति रहे।
दूसरे दिन की संगीतमय रामकथा में नगर के सैकड़ों गणमान्य जनों की उपस्थिति रही, वहीं आज के यजमान मोहनराम ज्याणी थे। कल राम जन्म की भाव प्रवण कथा सुनाई जाएगी। गौमाता भंडारा के मुख्य सेवकों ने इस अवसर पर कहा कि गायों की अधिकाधिक सेवा कर पुण्य लाभ कमावें।