दिनांक 28-03 -2023 के पंचांग के साथ जाने सर्व दु:ख निवारण आचार्य राजगुरू पंडित रामदेव उपाध्याय के साथ
श्री गणेशाय नम:
तिथि वारं च नक्षत्रं
योगो करणमेव च ।
पंचागं श्रृणुते नित्यं
श्रीगंगा स्नानं फलं लभेत् ।।
शास्त्रों के अनुसार नित्य पंचांग के तिथि, वार, नक्षत्र ,योग ,करण आदि पांच अंगों को सुनने से गंगा स्नान के बराबर फल मिलता है अतः नित्य पंचांग अवश्य सुनना चाहिए।। *आज का पंचांग*
दिनांक- 28/03 /2023
श्री डूंगरगढ़
अक्षांश – 28:06
रेखांश – 74:04
पंचांग
विक्रम संवत् – 2080
शक संवत् – 1945
* ऋतु – वसंत
* अयन- उत्तरायण
* मास – चैत्र
* पक्ष- शुक्ल
* तिथि- सप्तमी रात्रि 18:59 बजे उपरांत अष्टमी
* वार- मंगलवार
* नक्षत्र – मृगशिरा – सायं 17:29 उपरांत आर्द्रा
* योग- 1 सौभाग्य – रात्रि 23:31 बजे *उपरांत *2* शोभन
करण– वणिज- रात्रि 18:59 बजे उपरांत विष्टि (भद्रा)
चंद्र राशि – मिथुन
चंद्र बल – मेष, वृषभ, मिथुन, सिंह, कन्या, तुला, धनु, मकर,कुंभ
सम्वत् नाम – पिंगल
सूर्योदय- 06:33 A.M. सूर्यास्त – 06:45 P.M.
दिनमान – 12:12
रात्रिमान – 11:47 *शुभ समय* अभिजित मुहूर्त मध्याह्न - 12:15 बजे से 01:03 तक
अशुभ समय
यमगण्ड – प्रातः 9:00 से 10:30 बजे तक राहुकाल- दोपहर 3:00 से 4:30 बजे तक
*(विशेष- राहुकाल चक्र भारत के दक्षिण संभाग में ही मान्य है दक्षिण संभाग के लोगों को शुभ कार्यो में राहु काल के समय का त्याग करना चाहिए किंतु उत्तर भारत में राहुकाल का समय शुभ कार्यों में त्यागने की आवश्यकता नहीं है । ) **
कालवेला या अर्द्धयाम
1. दोपहर 02:10:30 से 03:42 बजे तक
2.रात्रि 08:13:22 से 09:41:45 बजे तक
गुलिक काल – दोपहर 12:00 से 01:30 बजे तक
दिशा शूल – उत्तर दिशा
चौघड़िया ( दिन)
1.रोग- प्रातः 06:33 से 08:04:30 तक
2.उद्वेग-प्रातः 08:04:30 से 09:36 तक (वार वेला निषेध)
3.चंचल-प्रातः09:36 से 11:07:30 तक
4.लाभ-प्रातः 11:07:30 से 12:39 तक
5.अमृत-दोपहर 12:39 से 02:10:30 तक
6.काल-दोपहर 02:10:30 से 03:42 तक (कालवेला निषेध)
7.शुभ- सायं 03:42 से 05:13:30 तक
8.रोग-सायं 05:13:30 से 06:45 तक
चौघड़िया ( रात्रि)
1.काल- रात्रि 06:45 से 08:13:22 तक
2.लाभ-रात्रि 08:13:22 से 09:41:45 तक (कालवेला निषेध)
3.उद्वेग-रात्रि 09:41:45 से 11:10:07 तक
4.शुभ-रात्रि 11:10:07 से 12:38:30 तक
5.अमृत-रात्रि 12:38:30 से 02:06:52 तक
6.चंचल-रात्रि 02:06:52 से 03:35:15 तक
7.रोग-रात्रि 03:35:15 से 05:03:37 तक
8.काल-रात्रि 05:03:37 से 06:32 तक
विशेष- नवरात्रि सप्तम दिवस मां कालरात्रि पूजन
आज मंगलवार के दिन हनुमान जी को सिंदूर अर्पण करने से सभी प्रकार के दु:खों से मुक्ति मिल जाती है
राजगुरु पंडित रामदेव उपाध्याय ( शास्त्री-आचार्य ,ज्योतिष विद्, बी.ए.)
भू.पू. सहायक आचार्य
श्री ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय
श्री डूंगरगढ़
M.N. 9829660721