समाचार गढ़, 14 सितम्बर, श्रीडूंगरगढ़। अखिल भारतीय किसान सभा जिला कमेटी श्रीडूंगरगढ़ की बैठक आज 14 सितंबर 2024 को गौरव पथ रोड स्थित किसान सभा के कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक शुरू होने से पहले किसान, मजदूर और युवा हितैषी माकपा महासचिव कॉमरेड सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके साथ ही हनुमानगढ़ के नगराना के पूर्व सरपंच और किसानों के नेता कॉमरेड शौपत सिंह, और कॉमरेड बृजलाल भादू के निधन पर भी उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। किसान सभा के जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक कॉमरेड गिरधारी महिया, जिला सचिव कॉमरेड जेठाराम लाखुसर, और बीकानेर प्रभारी सागर खाचरियावास ने सीताराम येचुरी के साथ बिताए पलों को साझा किया। उन्होंने बताया कि सीताराम येचुरी 17 साल की उम्र में 12वीं कक्षा में सीबीएसई में पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। 1970 में उन्होंने दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में प्रवेश लिया और तीन बार विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष बने।
आपातकाल के दौरान, सीताराम येचुरी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से इस्तीफे की मांग की और उनके आवास का घेराव किया। इंदिरा गांधी ने उनकी बात सुनी और बाद में जेएनयू की वाइस चांसलर के पद से इस्तीफा दिया। सीताराम येचुरी ने 2005-06 में नेपाल में राजशाही के खिलाफ हुए संघर्ष में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जहाँ उन्होंने क्रांतिकारी नेताओं को जनवादी मार्ग अपनाने के लिए प्रेरित किया। 2017 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद का खिताब दिया गया। सीताराम येचुरी 50 साल तक देशभर में किसानों, मजदूरों और युवाओं के लिए संघर्ष करते रहे। उनके निधन से देश और विदेश में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर उनके निधन पर दुख व्यक्त किया।
बैठक में लिए गए फैसले
श्रद्धांजलि सभा के बाद अखिल भारतीय किसान सभा की बैठक जिला अध्यक्ष कॉमरेड गिरधारी महिया की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इसमें विभिन्न तहसीलों से आए साथियों ने किसान सभा के आगामी संगठन निर्माण और आंदोलनों पर विस्तृत चर्चा की। 23 से 30 सितंबर तक किसान सभा का व्यापक सदस्यता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
बैठक में समर्थन मूल्य पर मूंगफली की संपूर्ण खरीद करने और इसके लिए बीमा आंदोलन करने पर विचार हुआ। सोलर कंपनियों द्वारा पर्यावरण को हो रहे नुकसान और पेड़ों की कटाई के खिलाफ खेजड़ी आंदोलन को समर्थन दिया गया। जिला सचिव जेठाराम लाखुसर ने बताया कि 90 हजार बीघा में सोलर प्लांट लगने से पेड़-पौधे काटे जा रहे हैं, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। इसके खिलाफ किसान सभा के जिला अध्यक्ष धरने में शामिल होंगे।
बैठक में दुग्ध उत्पादक किसानों के संबंध में एक कन्वेंशन बुलाने का भी निर्णय लिया गया, जिसमें दूध की कीमतों पर चर्चा की जाएगी। बैठक में उपस्थित नेताओं ने इस पर जोर दिया कि केमिकल युक्त दूध से लोगों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है, और इसके खिलाफ भी आंदोलन होगा। बैठक में सागर खाचरियावास ने जिले के किसानों का धन्यवाद देते हुए आगामी आंदोलनों को बड़े स्तर पर चलाने का आह्वान किया।
बैठक में राम प्रताप पटेल, रघुवीर सिंगारिया, जोगाराम जाट, चेनाराम, हनुमान जाखड़, भंवरलाल भुसावल, गिरधारी जाखड़, सुनील मेघवाल, जावेद बेलिम, मामराज गोदारा, भोमाराम जाखड़, सीताराम खिलेरी सहित अनेक किसान नेता उपस्थित रहे।