समाचार गढ़, 3 नवम्बर 2024, श्रीडूंगरगढ़। नवम्बर के पहले रविवार को एक विशेष वार्षिकोत्सव का आयोजन हुआ, जिसमें देश के विभिन्न जिलों और राज्यों से आए बच्चों ने भारत माता को नमन करते हुए अपनी कला का प्रदर्शन किया। यह आयोजन सेवाभारती द्वारा संचालित सेवाधाम के पहले वार्षिकोत्सव के रूप में आयोजित हुआ। सेवाधाम के संचालन के 9 वर्षों में यह पहला मौका था जब इस तरह का उत्सव मनाया गया, जिसमें सेवाधाम में रहने वाले बच्चों को अपनी प्रतिभा मंच पर दिखाने का अवसर मिला।
इस अवसर पर सेवा भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष पन्नालाल भंसाली मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में सेवा भारती के सेवा कार्यों का विस्तार से वर्णन किया और समाज से धर्मांतरण रोकने के प्रयासों में सहयोग की अपील की। आयोजन में श्यामसुंदर आर्य, तोलाराम जाखड़, श्रवणराम भामूं, मनोज गुंसाई, घनश्याम शर्मा, ओमप्रकाश भूंवाल, एडवोकेट रणवीर खिची, एडवोकेट सोहननाथ सिद्ध, आशाराम पारीक, बजरंगलाल भामूं, जगदीश प्रसाद मूंधड़ा, ओमप्रकाश गांधी, गोपालराम जाखड़, भैंरूदान स्वामी सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में पहली बार मंच पर प्रस्तुति देने वाले बच्चों ने सरस्वती वंदना से शुरुआत की। इसके बाद स्वागत गीत, “तेरी मिट्टी में मिल जांवा,” “चिरमी,” “लीलण,” “चंदा मामा,” “डांडिया” जैसे गीतों पर नृत्य, बांसुरी और अन्य संगीत वाद्ययंत्रों की प्रस्तुति ने सभी का दिल जीत लिया। बच्चों द्वारा “भवतू भारतम,” “असमीया,” “भारत माता,” “नीले घोड़े का असवार” आदि की प्रस्तुति भी आकर्षण का केंद्र बनी। कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ, और बच्चों की अद्भुत प्रस्तुतियों ने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सेवा भारती द्वारा संचालित सेवाधाम छात्रावास की स्थापना 2015 में की गई थी, ताकि बेघर, बेसहारा और कमजोर वर्ग के बच्चों को भिक्षावृत्ति और अपराध की ओर बढ़ने से रोका जा सके। इस छात्रावास में 70 बालक और 55 बालिकाएं रहती हैं, जिन्हें शिक्षण, संस्कार और पोषण प्रदान किया जा रहा है।