समाचार गढ़, 15 अगस्त 2025, श्रीडूंगरगढ़। क्षेत्र के गाँव लिखमादेसर के सार्वजनिक स्थल “टाडा” स्थित प्राचीन कुएँ पर गुरु जसनाथ महाराज का वार्षिक जम्मा (जागरण) बड़े ही भव्य और श्रद्धामय वातावरण में सम्पन्न हुआ।
परम पूज्य संत सोमनाथ महाराज एवं महंत भंवरनाथ के पावन सान्निध्य में आयोजित इस आयोजन में भक्तों ने गुरु महाराज की शिक्षाओं और विचारों का संगीतमय रसपान किया।
अग्नि नृत्य का अद्भुत प्रदर्शन
जसनाथी परंपरा की अमूल्य धरोहर अग्नि नृत्य का दिव्य और मनोहारी प्रदर्शन इस जम्मा का मुख्य आकर्षण रहा। धधकती ज्वालाओं के बीच जब जसनाथी साधकों ने नृत्य किया तो श्रद्धालु भावविभोर हो उठे और पूरा वातावरण भक्तिरस से सराबोर हो गया।

ग्रामीणों की एकजुटता और प्रसादी
हर वर्ष की तरह इस बार भी जम्मा का आयोजन सामूहिक रूप से गाँव के युवाओं द्वारा किया गया, जिसने समाज की नई पीढ़ी को सेवा, भक्ति और एकता का संदेश दिया। आयोजन के अंत में हजारों श्रद्धालुओं ने सामूहिक भोजन प्रसादी ग्रहण की।
गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति
आयोजन में गाँव के अनेक गणमान्य नागरिकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इनमें भंरनाथ ज्याणी, सहिनाथ ज्याणी, नत्थूनाथ मंडा, लेखनाथ ज्याणी, लूणनाथ ज्याणी, पूर्णनाथ महिया, हुक्माराम ज्याणी, भंवराराम ज्याणी, भंवराराम थाकण, बजरंग लाल पारीक, शेराराम मेघवाल, प्रभूनाथ गोदारा, पूर्णनाथ गोदारा, देवाराम झोरङ, जालाराम मेघवाल, रतनलाल धाडेंवा, भींवाराम ज्याणी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण सम्मिलित हुए।

जम्मा का महत्व
गुरु जसनाथ महाराज का यह वार्षिक जम्मा केवल धार्मिक आयोजन भर नहीं है, बल्कि गाँव की कुशहाली, सुख-समृद्धि और मंगलकामना का सामूहिक उत्सव है। यह आयोजन सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक धरोहर और पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही परंपराओं की जीवंत झलक प्रस्तुत करता है।

इस अवसर पर रमेशनाथ सिद्ध ने बताया कि जम्मा जागरण हर साल इसी स्थल पर आयोजित होता है और यह ग्रामीण समाज की आस्था का केंद्र बना हुआ है।










