जयपुर। केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने राजस्थान की राजधानी में भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई ने जयपुर के एजी ऑफिस में कार्यरत असिस्टेंट सुपरवाइजर उमेश सिन्हा को एक लाख रुपए की रिश्वत के साथ रगे हाथों गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसी आरोपी को सीबीआई की विशेष कोर्ट के सामने पेश करेगी। आरोपी सिन्हा पर आरोप है कि उन्होंने रेगुलाइजेशन और एरियर के भुगतान के लिए 12 लाख 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने आरोपी के आवास पर सर्च अभियान भी चलाया। एजेंसी ने महत्वपूर्ण दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त किया गया है।
जांच एजेंसी सीबीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, एक परिवादी ने एजी ऑफिस में तैनात सीनियर DAG और असिस्टेंट सुपरवाइजर उमेश सिन्हा के खिलाफ रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया था। शिकायतकर्ता ने सीबीआई को लिखित तौर पर जानकारी देते हुए कहा था कि उसके नौकरी को रेगुलराइज करने, कई महीनों के एरियर के बकाया रकम जल्द से जल्द भुगतान करने और प्रमोशन के मामले में मदद करने का आश्वासन देकर उससे 12।5 लाख रुपये रिश्वत की डिमाड की थी। शिकातकर्ता ने आरोप लगाया है कि रिश्वत की राशि न दोने पर नौकरी में रेगुलराइज कार्य को प्रभावित करने और एरियर की बकाया राशि को रोकने की धमकी दी गई थी।
एक लाख रुपए के साथ गिरफ्तार
सीबीआई ने मंगलवार को आरोपी उमेश सिन्हा को एक लाख रुपए की घूस के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने बताया कि यह रिश्वत असिस्टेंट सुपरवाइजर ने सीनियर डीएजी के नाम पर ली थी। गिरफ्तारी के बाद शाम में सीबीआई आरोपी के निवास पर छापेमारी की, जिसमें उन्हें कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले है। सीबीआई अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में कई अन्य संदिग्धों से भी पूछताछ की जायेगी। इसके लिए जल्द ही उनको नोटिस भेज दिया जाएगा।