समाचार-गढ़, 29 सितम्बर 2023। तोलियासर गांव के भैरव मन्दिर में अनन्त चतुर्दशी के अवसर पर गुरुवार को मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। दो दिवसीय मेले का समापन शुक्रवार को होगा। इसमें हरियाणा, पंजाब के अलावा बीकानेर, श्रीगंगानगर, सरदारशहर सहित देश प्रदेश के विभिन्न स्थानों से श्रद्धालुओं ने पैदल व वाहनों से पहुंच कर धोक लगाई। भक्तों ने बाबा के दर्शन कर तेल, सिन्दूर से पूजा की तथा नारियल, लड्डू एवं चूरमे का भोग लगाया। खेजड़ी मन्दिर में श्रद्धालु गंठजोड़े की जात तथा झडूला उतारने को उतावले थे। वहीं भक्त सवामणी का भोग लगाने के लिए इंतजार कर रहे थे।
श्रीडूंगरगढ़ से नौ किलोमीटर की दूरी में श्रद्धालुओं के हुजूम ने तोलियासर – श्रीडूंगरगढ़ को एक कर दिया। परम्परानुसार इस मेले में श्रीडूंगरगढ़ से मन्दिर में ज्योत आती है। श्रीडूंगरगढ़ शाम पांच बजे ज्यों ही रथ पर सवार भैरवनाथ की ज्योत आगे आगे चल रही थी। पीछे पीछे श्रद्धालुओं का सैलाब निकल पड़ा और मार्ग सतरंगी नजर आने लगा। रास्ते में डीजे पर बज रहे जाग जाग रे मतवाला भैरुं तथा “भैरूनाथ का घूघरिया तोलियासर में बाजे” सरीखे भजनों पर पैदल यात्री थिरक रहे थे। पैदल एवं वाहनों से आए यात्रियों ने कतारबद्ध होकर बाबा को धोक लगाई और मनौतियां मांगी। इस दौरान दर्शन के लिए लंबी कतारें लगी रही। मंदिर प्रांगण व सरदारशहर सड़क मार्ग तक खड़े भैरु भक्तों के जयकारों से पूरा वातावरण गुंजायमान होता रहा और यह सिलसिला रात्रि तक चलता रहा।
सेवा शिविर में आवभगत
पूरे रास्ते में सेवा करने वालों की भी कमी नही थी। भैरव पैदल यात्री सेवा समिति सहित कई संस्थाओं के सेवादारों ने जगह जगह शिविर लगा कर भक्तों के लिए नाश्ता, फल, चाय, पानी, शीतल पेय आदि की मनुहार के साथ आवभगत की।
महाआरती व छप्पन भोग
पुजारी प्रदीप नाई, गणेश सेवग ने महाआरती व पूजा अर्चना की। श्रीडूंगरगढ़ के भीकमचंद सेठिया परिवार की ओर से प्रतिमाओं का श्रृंगार, अभिषेक व बाबा को छप्पन एवं 551 किलो के लड्डूओं का भोग लगाया गया। यहां 51 किलो आटे से बने रोटा के चूरमे का भोग भैरव देव को लगाया और श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर भैरव देव के दुग्ध अभिषेक के साथ ही पूजा अर्चना का दौर चलता रहा।
भंडारे की व्यवस्था’
यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गुवाहाटी भैरव भक्त मंडल की ओर से तीन दिन के लिए भंडारा की व्यवस्था की गई है। वहीं धर्मशाला एवं भवनों सहित गांव के घरों में भी श्रद्धालुओं ने डेरा डाले रखा। यहां लगी अस्थायी दुकानों पर खरीद के लिए भीड़ लगी रही। वहीं खानपान की दुकानों पर लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया। वहीं भैरव नव युवक मंडल के कार्यकर्ताओं ने सेवाएं दी।
बिग्गा गांव के विश्वरक्षक बाबा भैरवदेव मंदिर में गुरुवार को अनंत चतुर्दशी के अवसर पर वार्षिकोत्सव मेले में श्रद्धालुओं ने धोक लगाई एवं कुशलता की मनौतियां मांगी। मेले में श्रीडूंगरगढ़, नोखा, नापासर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, सरदारशहर, रतनगढ़, चूरू सहित दूरदराज क्षेत्र से श्रद्धालु पहुंचे तथा पैदल संघ भी भैरवदेव दरबार में धोक लगाने पहुंचे। भक्तों ने बाबा के तेल सिंदूर से पूजा अर्चना कर नारियल, लड्डू व चूरमे का भोग लगाया। कई श्रद्धालुओं ने सवामणी का भोग लगाकर लोगों को प्रसाद का भोजन करवाया। खेजड़ी मंदिर में नवविवाहित जोड़े ने गठजोड़ की जात लगाई। महिलाओं नेनवजात शिशुओं के झडूला उतारा। मेले के अवसर पर मंदिर को रंग बिरंगी रोशनी व गुब्बारे से सजाया गया व भैरवनाथ की मूर्ति को स्वर्ण व आभूषणों से सजाया गया। पुजारी भगवाना राम सेवक ने सुबह महाज्योत एवं पूजा अर्चना कर एक सौ इक्यावन किलोग्राम रोटे के चूरमे का भोग लगाया। मंदिर में श्रद्धालुओं ने करतारबद्ध दर्शन किए। श्रद्धालुओं के लिए भण्डारा लगा रहा। मंदिर समिति की ओर से बाहर से आए यात्रियों के ठहरने के लिए व्यवस्था की गई। श्रद्धालु मंदिर में जागरण को सुनने के लिए धर्मशाला व रिश्तेदारों के घरों में डटे रहे।