आज शुक्रवार है। यह दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर देव को समर्पित होता है। इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही उनके निमित्त लक्ष्मी वैभव व्रत रखा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि मां लक्ष्मी की पूजा करने से आय और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
सनातन धर्म में शुक्रवार का दिन धन की देवी मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस दिन श्रद्धा भाव से मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही उनके निमित्त लक्ष्मी वैभव व्रत रखा जाता है। धार्मिक मत है कि शुक्रवार के दिन धन की देवी माँ लक्ष्मी की पूजा करने से आय और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही धन संबंधी परेशानी दूर होती है।
शुभ मुहूर्त
पौष माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि सुबह 07 बजकर 59 मिनट तक है। इसके पश्चात, तृतीया है। ज्योतिषियों की मानें तो आज ‘गर’ करण समेत कई शुभ संयोग बन रहे हैं। ज्योतिष इन योग को शुभ मानते हैं। इन योग में धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करने से साधक को मनोवांधित फल की प्राप्ति होती है।
योग
आज पौष माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि पर गर और वणिज करण का निर्माण हो रहा है। गर करण सुबह 07 बजकर 59 मिनट तक है। इसके बाद वणिज करण का निर्माण हो रहा है। वणिज करण संध्याकाल 08 बजकर 47 मिनट तक है। इस दौरान साधक शुभ कार्य कर सकते हैं।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय – सुबह 07 बजकर 13 मिनट पर
सूर्यास्त – शाम 05 बजकर 33 मिनट पर
चन्द्रोदय- शाम 07 बजकर 59 मिनट पर
चंद्रास्त- सुबह 09 बजकर 10 मिनट पर
पंचांग
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 05 बजकर 24 मिनट से 06 बजकर 18 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 06 मिनट से 02 बजकर 48 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 30 मिनट से 05 बजकर 58 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 56 मिनट से 12 बजकर 51 मिनट तक
अशुभ समय
राहुकाल – सुबह 11 बजकर 05 मिनट से 12 बजकर 23 मिनट तक
गुलिक काल – सुबह 08 बजकर 30 मिनट से 09 बजकर 48 मिनट तक
दिशा शूल – पश्चिम
ताराबल
अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती
चन्द्रबल
वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर, मीन