समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़। साहित्यिक संस्था राष्ट्र भाषा हिन्दी प्रचार समिति के प्रांगण में रविवार को राजस्थानी साहित्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में साहित्यकार श्याम महर्षि ने नव बोध की पांच राजस्थानी कविताएं प्रस्तुत की।
राजस्थानी कथाकार सत्यदीप ने सद्य लिखित टेंशन नामक कहानी प्रस्तुत की। कहानी में आज के जीवन की अवसादमयी स्थितियों को कलात्मक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। डाॅ मदन सैनी की दाग कहानी जिंदगी के दागों को अभिव्यक्त करती है। कथाकार चेतन स्वामी ने वचनां वचनां री गुमेजण प्रेम कहानी के माध्यम से सात्विक प्रेम के अनेक आयाम उद्घाटित किए।
संगोष्ठी में साहित्य अनुरागी बजरंग शर्मा, सत्यनारायण योगी, रामचन्द्र राठी, विजय महर्षि,धीरज सारस्वत ने सभी प्रस्तुत रचनाओं पर अपनी राय तथा टिप्पणियाँ व्यक्त की। राष्ट्र भाषा हिन्दी प्रचार समिति द्वारा हर माह दूसरे एवं चौथे रविवार को साहित्यिक संगोष्ठी का आयोजन किया जाता है।