मन की गाँठों को खोलना ही वास्तविक क्षमा याचना- साध्वी संघ प्रभा
समाचारगढ़ 9 सितम्बर 2024 तेरापंथ भवन, मोमासर में आयोजित प्रयुषण पर्व के नवे दिन क्षमा याचना दिवस के भव्य समारोह में साध्वी संघ प्रभा जी ने कहा कि मन की गाँठों को खोलना ही वास्तविक क्षमा याचना है। जैसे चुटकी भर चंदन तेल उबलते कड़ाहे को ठंडा कर देता है, वैसे ही कुछ पल की क्षमा व्यक्ति के दिल और दिमाग को शांत कर पारिवारिक और सामाजिक विग्रहों को मिटाकर समरसता का संचार करती है।

भगवान महावीर के संवत्सरिक प्रतिक्रमण और मैत्री पर्व के सिद्धांत का उल्लेख करते हुए उन्होंने विश्व बंधुता और मानवीय एकता के संदेश को रेखांकित किया। इस अवसर पर साध्वी प्रांशु प्रभा जी ने क्षमा की महत्ता पर विचार रखे और मोमासर में साध्वीवृद्ध की प्रेरणा से हुए तप-जप के आंकड़ों की प्रस्तुति दी।

उपवास, तपस्या, महामंत्र जप और ध्यान के विभिन्न उपक्रमों में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम में अशोक पटावरी, जुगराज संचेती, जगत संचेती, ऋषभ संचेती, मंजू नाहटा, सुमन बाफना सहित कई स्थानीय प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। ग्राम पंचायत की सरपंच सरिता संचेती ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन राकेश संचेती ने किया।











