
समाचार गढ़, 26 मार्च, श्रीडूंगरगढ़। तोलियासर सातलेरा गांव के कच्चे मार्ग पर मिले युवक के शव मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कैलाश सिंह सांदू के निर्देशन में आरपीएस सीओ निकेत पारीक की निगरानी और थानाधिकारी जितेंद्र स्वामी के नेतृत्व में टीमों का गठन कर जांच की गई। पुलिस टीम ने मृतक मालाराम के आने-जाने का रूट चार्ट तैयार किया, कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले और राहगीरों, होटल संचालकों से पूछताछ की। मोबाइल कॉल रिकॉर्ड व लोकेशन के आधार पर साक्ष्य जुटाए गए।
शराब के नशे में हुई थी हत्या
जांच में सामने आया कि 22 मार्च को मालाराम अपने भतीजे रामनिवास, अशोक और भांजा दामाद नवरतन के साथ श्रीडूंगरगढ़ आया था। यहां नवरतन के दोस्त शिवलाल व रामस्वरूप से मुलाकात हुई, और सभी ने जैतासर के पास शराब पी। इसके बाद तोलियासर लौटते समय नशे में आपसी कहासुनी हुई, जो झगड़े में बदल गई। आरोपियों ने मालाराम के साथ मारपीट की, जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या छुपाने के लिए शव सातलेरा जाने वाले रास्ते पर फेंककर आरोपी अपने घर लौट गए और अगले दिन मृतक के घर शोकसभा में भी शामिल हुए। पुलिस ने जांच में हत्या व सबूत मिटाने का दोषी पाते हुए तीन आरोपी को नवरतन पुत्र रणवीर, निवासी लाछड़सर, रामनिवास पुत्र ओमप्रकाश, निवासी ठुकरियासर, बाबूलाल पुत्र ओमप्रकाश, निवासी ठुकरियासर को गिरफ्तार कर लिया है।
हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस की विशेष टीम ने कच्चे रास्तों, खेतों की पगडंडियों और धोरों में साक्ष्य तलाशे। इस दौरान जिन अधिकारियों ने अहम भूमिका निभाई, वे थानाधिकारी जितेंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल देवाराम, रामस्वरूप, कांस्टेबल लेखराम (तकनीकी विश्लेषण), अनिल कुमार, नरेन्द्र कुमार, महिला कांस्टेबल बिरमा, डीआर रामनिवास व राकेश कुमार है। पुलिस की सतर्कता और गहन जांच से हत्या की साजिश का पर्दाफाश हुआ।