समाचार गढ़, 30 अप्रैल, जयपुर। राज्य में लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं, लेकिन ये चुनाव कुछ बड़े नेताओं में बेचैनी बन कर अभी भी जिंदा है। यह बेचैनी चार जून को लोकसभा चुनाव परिणाम तक बनी रहेगी। इसका असर भी इन नेताओं पर पड़ना तय माना जा रहा है। विशेष रूप से प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल पर तो लोकसभा चुनाव के परिणाम का असर जरूर पड़ेगा। चुनाव के दौरान पार्टी आलाकमान ने साफ कर दिया था कि मंत्रियों को अपनी सीट पर विधानसभा चुनाव के मुकाबले ज्यादा अंतर से भाजपा प्रत्याशी को जिताना है। यदि ऐसा नहीं हुआ तो इसके परिणाम भी भुगतने को तैयार रहे।
पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार आलाकमान ने मुख्यमंत्री के माध्यम से प्रदेश सरकार में 2 डिप्टी सीएम और 21 केबिनेट व राज्यमंत्रियों को यह स्पष्ट कर दिया था कि उनके विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी की जीत का अंतर बड़ा होना चाहिए। पार्टी उम्मीद कर रही है कि 23 विधायकों को मंत्री बनाए जाने से इनके विधानसभा क्षेत्र में तो भाजपा प्रत्याशी को बड़ी जीत मिलेगी। पार्टी नेताओं ने तो यहां तक कह दिया था कि विधानसभा चुनाव में मंत्री जितने वोट से जीते थे। इस बार उस क्षेत्र से उससे भी बड़े अंतर से जीत होनी चाहिए।
मंत्रियों के बूथों की भी होगी जांच
सूत्रों के अनुसार मंत्रियों के जिस बूथ पर वोट पड़ता है, उन बूथों पर क्या स्थिति रही। इसकी भी पार्टी परिणाम आने के बाद जांच करेगी। ऐसा कई बार देखा जा चुका है कि नेता जीत तो जाते हैं, लेकिन उनके खुद के बूथ पर वे हार जाते हैं।
अच्छा प्रदर्शन बढ़ा सकता कद
पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव का जो परिणाम आएगा, उसका असर मंत्रियों को मंत्रिमंडल फेरबदल में दिखेगा। जिन मंत्रियों के क्षेत्र में पार्टी की लोकसभा चुनाव में अच्छी परफॉर्मेंस रहेगी, उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी और जिनके परिणाम खराब आएंगे। उनको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
कुछ विधायकों को दिया गया मंत्री पद का ऑफर
पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पार्टी ने करीब पन्द्रह विधायकों को इशारों-इशारों में यह कह दिया है कि यदि उनके क्षेत्र से बड़ी जीत मिलती है और पार्टी प्रत्याशी जीत जाता है तो मंत्रिमंडल फेरबदल में उनका कद जुलाई-अगस्त में बढ़ना तय है। ज्यादातर विधायकों को दोनों चरणों की वोटिंग से दो से तीन दिन पहले यह ऑफर दिया गया है।
उपमुख्यमंत्री – विधानसभा क्षेत्र- जीत का अंतर
दिया कुमारी – विद्याधर नगर – 71368
प्रेम चंद बैरवा – दूदू – 35743
केबिनेट मंत्री- विस क्षेत्र- जीत का अंतर
किरोड़ी लाल मीना- सवाईमाधोपुर- 22510
गजेन्द्र सिंह खींवसर- लोहावट- 10549
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ – झोटवाड़ा- 50167
मदन दिलावर- रामगंजमंडी – 18422
कन्हैयालाल चौधरी- मालपुरा- 16189
जोगाराम पटेल – लूणी- 24678
सुरेश रावत – पुष्कर – 13869
अविनाश गहलोत – जैतारण- 13526
सुमित गोदारा- लूणकरणसर- 8869
जोराराम कुमावत- सुमेरपुर- 27382
बाबू लाल खराड़ी – झाड़ोल-6488
हेमंत मीणा- प्रतापगढ़- 25109
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार – विस क्षेत्र- जीत का अंतर
संजय शर्मा- अलवर शहर- 9087
गौतम कुमार दक – बड़ी सादड़ी- 11832
झाबर सिंह खर्रा – श्रीमाधोपुर- 14459
हीरालाल नागर – सांगोद- 25586
राज्यमंत्री – विस क्षेत्र- जीत का अंतर
ओटाराम देवासी- सिरोही- 35805
मंजू बाघमार- जायल- 1565
विजय सिंह – नावां- 23948
के के विश्नोई – गुढ़ामालानी- 15217
जवाहर सिंह बेढम – नगर- 1531