समाचार गढ़, 3 दिसम्बर 2024, श्रीडूंगरगढ़। क्षेत्र में ट्रॉमा सेंटर की मांग को लेकर 50 दिनों से जारी धरने ने अब नया मोड़ ले लिया है। संघर्ष समिति ने मंगलवार को घोषणा में बुधवार से क्रमिक अनशन शुरू करने का निर्णय लिया है। धरने पर बैठे लोगों ने सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि स्वीकृत ट्रॉमा सेंटर का निर्माण राजनीतिक स्वार्थों की भेंट चढ़ गया है। संघर्ष समिति के मुताबिक, श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र सड़क दुर्घटनाओं में प्रदेशभर में कुख्यात है। इसके बावजूद ट्रॉमा सेंटर निर्माण को लेकर प्रशासन की अनदेखी जनता के लिए बड़ा सवाल बन गई है। कल बुधवार को राजेंद्र स्वामी और राजाराम गोदारा क्रमिक अनशन की शुरुआत करेंगे, और इस अनशन की जिम्मेदारी पूरी तरह प्रशासन और सरकार की होगी। सूत्रों के अनुसार, ट्रॉमा सेंटर निर्माण के लिए आगे आए दानदाता परिवार की अनदेखी भी इस मुद्दे को और गंभीर बना रही है। धरनार्थियों का कहना है कि सरकार और प्रशासन दोनों आमजन की ज़रूरतों को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं, जिससे जनता में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
कब जागेगी सरकार?
श्रीडूंगरगढ़ कस्बा सड़क दुर्घटनाओं में कुख्यात है, जहां तुरंत चिकित्सा सुविधा न होने के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है। ऐसे में ट्रॉमा सेंटर निर्माण अब जनता की प्राथमिक मांग बन चुका है। क्या सरकार और प्रशासन इस ओर ध्यान देंगे, या यह मुद्दा यूं ही राजनीति की भेंट चढ़ता रहेगा?
संघर्ष समिति का कड़ा संदेश
संघर्ष समिति ने साफ किया है कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो आंदोलन और तेज़ होगा। अब देखना होगा कि प्रशासन इस दबाव का क्या जवाब देता है और कब ट्रॉमा सेंटर निर्माण की दिशा में ठोस कदम उठाता है।