समाचार गढ़, 2 अगस्त 2024 . श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत ने आज राजस्थान विधानसभा के पटल पर श्रीडूंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के गिरते भूजल स्तर और पेयजल संकट का मुद्दा उठाया। उन्होंने पिछली कांग्रेस सरकार में जल जीवन मिशन में हुए घोटालों की जांच की मांग की और क्षेत्र के लिए पांच नई कॉम्बिनेशन प्रकार की मशीनें और 2000 फीट तक रोटरी एवं डीटीएच भेदने वाली मशीनों की आवश्यकता पर जोर दिया।
विधायक सारस्वत ने कहा कि श्रीडूंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 117 गांव और कस्बे आते हैं, जहां सभी पेयजल योजनाएं भूजल पर आधारित हैं और भूजल स्तर लगातार गिरता जा रहा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में भूजल स्तर 300 से 500 मीटर गहरा चला गया है, जिसके कारण पूर्व में बने ज्यादातर नलकूप सूख गए हैं, और आमजन को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में किसी भी निजी संवेदक (ठेकेदार) के पास विभाग का कोई कार्य आदेश नहीं है जिससे कि नलकूपों का निर्माण करवाया जा सके, और भूजल विभाग के पास पर्याप्त क्षमता की मशीनें भी उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पूरे विधानसभा क्षेत्र में पीने के पानी की भयंकर समस्या है, और भूजल विभाग को कम से कम 5 नई मशीनें, जो कि कॉम्बिनेशन प्रकार की हों और 2000 फीट तक रोटरी एवं DTH भेदने की क्षमता वाली हों, लानी होंगी।
विधायक सारस्वत ने आरोप लगाया कि पिछली कांग्रेस सरकार ने जिला स्तर पर एकल ठेकेदार को निविदा के कार्य आदेश दिए, जिससे ठेकेदार ने अपनी मोनोपॉली चलाई और कार्य में अनावश्यक विलम्ब किया। उन्होंने मंत्री जी से निवेदन किया कि ठेका उपखंड वार निविदा जारी करने हेतु अधिकारियों को निर्देश जारी करें ताकि अनेक संवेदक भाग ले सकें और मोनोपॉली को समाप्त किया जा सके। उन्होंने पेयजल समस्या का शीघ्र समाधान करने की मांग की।










