
श्रीडूंगरगढ़। क्षेत्र में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है जिसमें लोनग्राही एक युवक का रास्ता रोककर मारपीट करने और अगवा कर क़िस्त के मांगे जाने का मामला सामने आया है। तो वहीं, अब बैंक कर्मी द्वारा भी लोनग्राही युवक पर क्रॉस मुकदमा दर्ज करवाया गया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़ित तैयब पुत्र सफी मोहम्मद (निवासी प्रताप बस्ती, श्रीडूंगरगढ़) ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि शनिवार सुबह करीब 8:30 बजे उसका भाई हारून अपने मजदूर के साथ मोटरसाइकिल से गांव रिडी की ओर जा रहा था। इसी दौरान रिडी के पास निजी फायनेंस कंपनी में काम करने वाले अमीरखान तेली पुत्र हसन खान तेली, माणक (निवासी रिडी) और एक अन्य व्यक्ति ने उसे रोका और जबरन क़िस्त के रुपए मांगने लगे। हारून ने किश्त अगले दिन जमा कराने की बात कही, लेकिन आरोपियों ने अपने खर्चे के लिए पैसे मांगे। जब हारून ने देने से मना किया, तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट कर साथी मजदूर को धमकाकर भगा दिया।
इसके बाद आरोपी हारून की मोटरसाइकिल छीनकर उसे अगवा कर श्रीडूंगरगढ़ रेलवे स्टेशन फाटक के पास ले गए। वहां आरोपी माणक ने फोन कर तैयब और उसके पिता को पैसे लेकर आने को कहा। जब वे मौके पर पहुंचे, तो वहां 10 अन्य लोग लोहे के पाइप, लाठियां और अन्य हथियार लेकर आ गए और जानलेवा हमला कर दिया। हमले में हारून और उसके पिता को गंभीर चोटें आईं, जबकि तैयब के पैर में भी चोट लगी।
स्थानीय लोगों के बीच-बचाव करने पर आरोपी हारून की मोटरसाइकिल छोड़कर भाग गए। घायल हारून और उसके पिता को पहले श्रीडूंगरगढ़ अस्पताल और फिर पीबीएम अस्पताल बीकानेर रेफर किया गया।
बैंक कर्मी द्वारा परस्पर मुकदमा दर्ज
एक पक्ष द्वारा मामला शनिवार को दर्ज करवाया गया तो वहीं दूसरे पक्ष ने भी थाने पहुंच कर आरोप लगाते हुए परस्पर मामला दर्ज करवा दिया है। थानाधिकारी जितेंद्र स्वामी ने बताया कि रीड़ी निवासी 27 वर्षीय माणकराम पुत्र मघाराम जाट ने प्रताप बस्ती निवासी हारून काजी उसके भाई तैयब काजी, उसके पिता सफी काजी पुत्र जमालद्दीन काजी, मुमताज काजी पुत्र रोशन काजी निवासी प्रताप बस्ती व चार पांच अन्य जनों के खिलाफ आरोप लगाए है। परिवादी ने पुलिस को बताया कि वह जनाना स्मॉल फाईनेंस बैंक ब्रांच धीरदेसर चोटियान में एरिया मैनेजर है। 31 जुलाई 2024 को हारून काजी ने अपनी पत्नी हसमत काजी के नाम से लॉन लिया। जिसकी काफी किश्तें बकाया हो गई तो परिवादी ने कई बार उसे लॉन की किश्तें भरने के लिए कहा परंतु उसने नहीं भरी। परिवादी ने बताया कि शनिवार को वह अपने गांव रीड़ी से मोटरसाइकिल पर आमीर खान के साथ श्रीडूंगरगढ़ आ रहा था। जब ये रीड़ी जीएसएस के पास पहुंचे तो श्रीडूंगरगढ़ की ओर से आ रहें हारून काजी व एक अन्य जने ने किश्त मांगने की हिम्मत कैसे हुई, कह कर जान से मारने की धमकी देने लगे। जब परिवादी ने कहा कि लॉन लिया है तो किश्त भरनी पड़ेगी। तो आरोपी तैश में आ गया और गंदी गालियां निकालने लगा। आस पास के लोगों ने आकर उनसे छुड़वाया। आरोपियों ने श्रीडूंगरगढ़ आने पर जान से मारने की धमकी दी। करीब 11 से 11.30 बजे वे रेलवे फाटक पहुंचे तो फाटक बंद होने के कारण वे वहीं एक होटल पर रूक गए। परिवादी ने बताया कि वह आमीर और सोहनलाल जाट बातचीत कर रहें थे। तभी अचानक आरोपी हाथों में लाठियों लेकर आए और मारपीट शुरू कर दी। आरोपियों ने सोहनलाल के सिर में चोटें मारी व दांत तोड़ दिए। आमीर के भी सिर में चोटें आई व मारपीट के दौरान हारून ने उसके गले में पहनी सोने की चैन, 20 हजार रूपए नगदी, आमीर की जेब से 7,950 रूपए जबरदस्ती छीन लिए। परिवादी ने आरोपियों से नगदी व चैन बरामद करवाने व उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एएसआई ग्यारसीलाल को सौंप दी है।