समाचार-गढ़, 13 अगस्त, श्रीडूंगरगढ़। पूज्य तनसिंहजी जन्म शताब्दी वर्ष समारोह के तहत आयोजित राष्ट्रनायक वीर दुर्गादास राठौड़ जयंती कार्यक्रम आज श्रीडूंगरगढ़ के महेश भवन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत संघ परंपरानुसार दुर्गादास राठौड़ व तनसिंहजी के चित्र समक्ष माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर प्रार्थना की गई।
इसके पश्चात शक्ति सिंह आशापुरा ने श्री क्षत्रिय युवक संघ का संक्षिप्त परिचय दिया। वक्ता प्रभू सिंह आसरासर ने वीर दुर्गादास राठौड़ का जीवन चरित्र अपने शब्दों द्वारा ऐतिहासिक पहलुओं के माध्यम से प्रकट किया। साहित्यकार डॉ चेतन स्वामी ने साहित्यिक शब्दावली के साथ दुर्गादास राठौड़ तथा क्षत्रिय की चारित्रिक विशेषताओं को बारे में बताया।
वरिष्ठ स्वयंसेवक एडवोकेट भरतसिंह राठौड़ शेरूणा ने तनसिंहजी जन्मशताब्दी समारोह के लिए 28 जनवरी को दिल्ली कार्यक्रम में चलने के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
मुख्य वक्ता के रूप में केंद्रीय कार्यकारी रेवंत सिंह पाटोदा ने राष्ट्रनायक वीरवर दुर्गादास राठौड़ के जीवन व्यवहार को भगवान राम, कृष्ण के सदृश दायित्वबोध, युद्धकुशलता, राजनीतिक समझ, चारित्रिक विशेषता, स्वामीभक्ति का वर्णन कर मातृभूमि के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वाले उज्ज्वल चरित्र के व्यक्तित्व को जीवन व्यवहार में ढालने का आह्वान किया। क्षत्रिय महासभा तहसील अध्यक्ष छैलूसिंह शेखावत ने आभार प्रकट किया तथा दिल्ली कार्यक्रम में अधिकाधिक उपस्थिति दर्ज कराने का आह्वान किया।
कार्यक्रम का संचालन संभाग प्रमुख रेवंत सिंह जाखासर ने किया। कार्यक्रम में क्षत्रिय महासभा संभाग अध्यक्ष करणप्रताप सिंह सहित तहसील क्षेत्र के गांव लखासर, झंझेऊ, जोधासर, सेरूणा, नारसीसर, राजपुरा, दुलचासर, गोपालसर, टेऊ, सुडसर, पुन्दलसर, जैसलसर, धर्मास, इंदपालसर गुंसाईसर, इंदपालसर बड़ा बास, इंदपालसर हीरावतान, राईकान, अमृतवासी-सुरजनवासी, कोटासर, केऊ, जाखासर, रानासर ,बाडेला, कुनपालसर, धनेरू, सोनियासर, बरजांगसर, ठुकरियासर, लालासर, सत्तासर, मोमासर, धीरदेसर,कितासर,बिग्गा,रामसरा,सातलेरां, जालबसर, लादड़िया आदि गांवों से सभी समाजों के हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।